पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए लागू पाबंदियों को एक जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया है। वहीं इस दौरान काफी रियायतों को देने का फैसला किया है। ममता बनर्जी ने कहा, ”सभी सरकारी दफ्तरों में 25 फीसदी कर्मचारियों की मौजूदगी के साथ काम होगा। इसके अलावा सभी निजी और कॉरपोरेट ऑफिसों में भी 25 फीसदी की क्षमता के साथ काम होगा।”
उन्होंने कहा कि निजी और कॉर्पोरेट कार्यालय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुले रहेंगे, जिसमें 25% कर्मचारियों की मौजूदगी होगी। इसके अलावा राज्य में शॉपिंग मॉल और कॉम्प्लेक्स सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक खुल सकेंगे। वहीं इनमें 50 फीसदी वर्कफोर्स की ही मौजूदगी रहेगी। इसके अलावा बंगाल सरकार ने खेल गतिविधियों को भी शुरू करने का फैसला लिया है लेकिन इस दौरान दर्शकों की मौजूदगी नहीं रहेगी।
इस दौरान प्रदेश में सभी शिक्षण संस्थान, वॉटर वेज बंद रहेंगे। बंगाल में परिवहन सेवाओं पर पाबंदी जारी रहेगी वहीं आपातकालीन जरूरतों के लिए निजी वाहनों के मूवमेंट जारी रहेगी। बता दें कि पश्चिम बंगाल सरकार दूसरी कोविड लहर से सबक लेते हुए तीसरी लहर से निपटने और इसे अधिक प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास की प्रक्रिया में तेजी ला रही है।
जैसा कि यह बताया जा रहा है कि बच्चों और फलस्वरूप महिलाओं को अगले सार्स-सीओवी-2 हमले का खतरा अधिक है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने तीसरे चरण के घातक प्रभाव से कमजोर वर्ग की रक्षा के लिए विशेष उपाय किए हैं। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में रविवार को 3,984 और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के बाद इसके कुल मामले बढ़कर 14,61,257 हो गए, जबकि इस महामारी के 84 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या 16,896 हो गई है।
स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार उत्तरी 24 परगना जिले में कोविड-19 के सबसे अधिक 597 नये मामले सामने आये जबकि कोलकाता में 426 और रोगियों का पता चला। उत्तर 24 परगना जिले में ही आज सबसे अधिक 20, कोलकाता में 15 और हावड़ा में नौ मरीजों ने जान गंवायी।
बुलेटिन के मुताबिक रविवार को 2,497 मरीज संक्रमण से उबरे जिसके बाद संक्रमण मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 14,26,710 तक पहुंच गई है। राज्य में स्वस्थ होने की दर 97.64 फीसद है। पश्चिम बंगाल सरकार के अनुसार राज्य में 17,651 मरीजों का इलाज चल रहा है।