लुधियाना-संगरूर : पंजाब के शिक्षामंत्री के शहर संगरूर में अपनी मांगों को लेकर पिछले 31 दिनों से पक्का मोर्चा लगाए बैठे बेरोजगार ई.टी.टी. अध्यापकों के संघर्ष कैम्प में मरनव्रत पर बैठे 3 अध्यासकों ने आज कांग्रेस की आंतरिम प्रधान सोनिया गांधी को अपने खून के साथ लिखा खत भेजा है।
इस खत में उन्होंने मांग की है, कि पंजाब की कैप्टन अमरेंद्र सिंह सरकार क ो उनकी मांगें मान लेने की हिदायत दी जाएं। पत्र में यह भी कहा गया है कि उनकी शिक्षामंत्री के साथ कई बैठकें हो चुकी है परंतु अब तक उन्हें सिवाए झूठे दिलासे के अतिरिक्त कुछ हासिल नहीं हुआ।
अढ़ाई साल पहले 2017 में ‘घर-घर नोकरी और बेरोजगारी ’ के मुददे पर पंजाब की सत्ता संभालने वाले कांग्रेस के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने समस्त वायदों को नजरअंदाज करके सत्ता ले रखी है। इन्ही वायदों को याद करवाने के लिए पंजाब के बेरोजगार ई.टी.टी टेंट पास अध्यापकों ने पंजाब के कई हिस्सों में धरना और रोष प्रदर्शनों के बाद पिछले एक महीने से संगरूर स्थित शिक्षामंत्री विजयइंद्र सिंगला के इलाके को घेरकर पक्का मोर्चा लगा रखा है।
लेकिन पंजाब सरकार के सिर पर जू तक नहीं रेंगी और इसी से दुखी होकर आज उन्होंने कांग्रेस हाई कमान को अपना दर्द बयां करते हुए खत लिखा। हालांकि उन्होंने अपने धरना प्रदर्शन के दौरान हजारों की संख्या में बेरोजगार अध्यापकों ने शिक्षामंत्री की रिहायश का घेराव करने की कोशिश की। इस कोशिश में बेरोजगार अध्यापकों को पुलिस ने जमकर लाठियां भाजी।
– रीना अरोड़ा