लुधियाना : शहर की दाना मंडी में चल रहे शाहीन बाग प्रदर्शन में दिन प्रतिदिन प्रदर्शन करने वालों की गिनती में बढ़ोतरी हो रही है, आज मायापुरी से प्रधान महमूद, नूर हसन, रिजवान, साजिद, मुमशाद, गुलाम साबिर मुहम्मद परवेज,मक्कड़ कलोनी गयासपुरा से प्रधान मुहम्मद सिराजदीन, मुहम्मद मुस्तकीम, शाहनवाज, सलीम, पीपल चौंक से मुहम्मद युनस, अफजाल, नसीम मुहम्मद की अध्यक्षता में महिलाओं व पुरूषों के काफिले शाहीन बाग पहुंचे।
केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ चल रहे इस प्रदर्शन में आज सहारनपुर के हमजा मसूद, कौसर खातून, रघुनाथ सिंह सी.टी.यू., गुरप्रीत सिंह बिंकल, जसपाल सिंह, शजादा प्रधान अकाल गढ़ मार्किट, परमपाल सिंह बिक्की, अमरजीत सिंह हैप्पी, अरुण सिद्धु ने संबोधन किया।
प्रदर्शनकरियों को संबोधन करते हुए पूर्व राज्य सभा सदस्य व सी.पी.आई.एम. पोलित ब्यूरो मैंबर मुहम्मद सलीम ने कहा कि पंजाब के महानगर लुधियाना के शाहीन बाग में आज सर्व धर्म एकता को देख कर यह बात समझ लेनी चाहिए कि भारत के संविधान की रक्षा के लिए सभी वर्ग एकजुट हैं। मुहम्मद सलीम ने कहा कि एन.आर.सी. और सी.ए.ए. ने मोदी सरकार की गलत नीतियों से पर्दा हटा दिया है। देश भर की 130 करोड़ जनता आज केंद्र सरकार की तरफ हैरत से देख रही है कि गरीबी के पक्ष में नारा लगाने वाले यह क्या करने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि सी.ए.ए. को धर्म आधारित बनाने वाले शायद यह भूल गए हैं कि देश के मुसलमानों ने मुहम्मद अली जिन्हा को ठुकरा दिया था और अपने वतन में सर्व धर्म के साथ जीना मरना कबूल किया था। हमजा मसूद ने कहा कि देश की जनता के जज्बात को नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है, सरकार को आखिर बात करनी ही होगी। प्रोफेसर हरदयाल सिंह ने कहा कि सी.ए.ए. और एन.आर.सी. पर मोदी सरकार लोगों के जज्बातों से खेलने कि बजाए यह नहीं बताती की देश में हर व्यक्ति को नौकरी आखिर कब मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश के लोगों को अच्छी शिक्षा और रोजगार चाहिए, शौचलय तो जनता खुद बना लेगी।
वर्णनयोग है कि लुधियाना में शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी के नेतृत्व में शुरू किए गए शाहीन बाग प्रदर्शन में आज 11वें दिन पंजाब के दूसरे शहरों से भी लोग आने लगे हैं। आज बठिंडा हल्के भगउता भाई-के से प्रधान डा. भाग खान, डा. सोमा खान, बीरा खान, मौलाना लुकमान, सफी मुहम्मद एवं माणूके के प्रधान डा. बूटा खान के साथ बड़ी संख्या में लोगों का कफिला पहुंचा। प्रदर्शन के दौरान इंकलाब-जिंदाबाद, केंद्र सरकार मुर्दाबाद, हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, दलित आपस में हैं भाई-भाई के नारे गुंजे।
रीना अरोड़ा