लुधियाना : ‘दान करना है तो गरीब को रोटी दान कर, ऐ इंसान, आखिर कब तक मंदिर-मस्जिद को अमीर बनाता रहेंगा’ इसी भावना से प्रेरित होकर गरीब और जरूरतमंद लोगों का खाली पेट भरने की नैतिक जिम्मेदारी के तहत एक अलग प्रोजेक्ट ‘जगन्नाथ फूड फॉर लाइफ ट्रस्ट’ लुधियाना के औद्योगपतियों ने मिल बैठकर अपने कंधों पर उठाने का निर्णय किया है।
जिसके लिए भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलराम से बाकायदा तौर पर आर्शीवाद लेकर फिरोजपुर रोड़ पर स्थित गांव हसनपुर के नजदीक साढ़े तीन एकड़ भूमि पर रसोई निर्माण का कार्य शुरू किया है, ताकि इसी साल के 3 माह बाद 13 अप्रैल की बैसाखी से पहले हर रोज एक लाख के करीब लोगों को दिन में लंच और रात का डिनर सिर्फ 10 रूपए में करवाने का निर्णय हुआ है। एक थाली में 4 रोटी, 2 सब्जी, 1 कटोरी दाल और चावल के साथ दही-रायता और सलाद भी दिया जाएंगा। सारा भोजन आधुनिक मशीनों द्वारा स्वच्छता से तैयार किया जाएगा।
10 रूपए ही क्यों? पूछे जाने पर संस्थान के चेयरमैन और लुधियाना के कलोनाइजर एवं औद्योगपति लैंड ब्रोक के सीएमडी नवीन भाटिया ने सबकुछ ऊपर नीली छतरी वाले की ओर इशारा करते हुए बड़ी सहजता से बताया कि 10 रूपए मेहनताना वसूल करने के पीछे उनकी संस्थान का उददेश्य है ताकि भोजन खाने वाले जरूरतमंद शख्स को अपनी गरीबी का अहसास ना हो और पैसे देकर गर्व से वह भरपेट खाना खा सकें। नवीन भाटिया का यह भी कहना था कि पैसे देकर खरीदारी कर रहा हर शख्स चाहे तो भोजन की त्रुटियों का ब्याख्यान कर सकें। ताकि भोजन की व्यवस्था में और अधिक सुधार हो सकें।
उन्होंने यह भी बताया कि हालांकि भगवान जगन्नाथ की कृपा से ट्रस्ट के सेवादारों का उददेश्य लोगों को साफ सुथरा और सात्विक भोजन पहुंचाना है। मेगा किचन के निर्माण के बाद पहले फेस में वह लोगों को दो समय का खाना खिलाएंगे और इसके लिए बाकायदा विशेष तौर पर शहर को दो दर्जन से अधिक हिस्सो में बांटा गया है। भोजन पहुंचाने की व्यवस्था के तहत सारा खाना 50 से अधिक वाहनों पर 50 ड्राइवर इतने ही हैल्पर समेत रसोईयां, प्रबंधक और कर्मियों के साथ-साथ सफाई सेवकों की एक बड़ी फौज तैयार की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रोजैक्ट को पूरा क रने के लिए 200 से अधिक लोगों को रोजगार दिया जाएंगा वही इस संस्थान के जरिए वलंटियरों की एक टीम भी बनाई जा रही है।
ये है प्रोजेक्ट
संस्था के प्रधान सतीश गुप्ता और चेयरमैन नवीन भाटिया ने संयुक्त रूप से बताया कि उन्हें यह आइडिया भोले बाबा की नगरी काशी भ्रमण के दौरान मिला। उनके मुताबिक लुधियाना से संबंधित औद्योगपतियों का एक समूह बनारस घूमने गया था। वहां एक संस्था जलान की तरफ से हर रोज 25 हजार लोगों को खाना सबसिडी दामों पर दिया जाता है। ऐसे में लुधियाना के जगन्नाथ भक्तों ने मंथन किया और इस महा अभियान के लिए जुट गए। काफिला आगे बढ़ा तो आज इस संस्थान में सैकड़ों के करीब सफल औद्योगपति, कारखानेदार और समाज सेवक जुड़ चुके है।
20 रुपये की थाली मिलेगी 10 रुपये में
प्रोजेक्ट का सारा खर्च मिला लिया जाए तो संस्था को एक थाली की कीमत 20 रुपये पड़ेगी और ये थाली आमजन को 10 रुपये में मुहैया करवाई जाएगी। शेष आधी रकम की भरपाई संस्था की ओर से शहर के उद्यमियों व अन्य संस्थाओं के सहयोग से पूरी की जाएगी। मेगा रसोई से ये खाना शहर के विभिन्न हिस्सों में भेजा जाएगा।
– सुनीलराय कामरेड, रीना अरोड़ा
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