पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दो साल पहले उनके खिलाफ दर्ज हुए दंगा के एक मामले में शनिवार को यहां एक स्थानीय अदालत में पेश हुए। यहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेशी के दौरान मान का प्रतिनिधित्व पूर्व महाधिवक्ता अनमोल रतन सिद्धू ने किया।
तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ सीएम मान ने किया था विरोध प्रदर्शन
अदालत में पेश होने के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उनकी पार्टी (आम आदमी पार्टी) ने बिजली दरों में कमी की मांग को लेकर तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन किया था।
मान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘पानी की बौछार का इस्तेमाल किया गया था और बाद में उस समय हमारे खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था।’’
दंगा व मारपीट के आरोप में किया गया था मुकदमा दर्ज
मान और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ जनवरी 2020 में पार्टी की ओर से किये गए विरोध प्रदर्शन के दौरान दंगा, मारपीट, पुलिस को उनके कर्तव्य का पालन करने से रोकने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। उस समय अमरिंदर सिंह पंजाब के मुख्यमंत्री थे, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) विपक्ष में थी।