लुधियाना-अमृतसर : चौथे पातशाह श्री गुरू रामदास जी के प्रकाश पर्व के संबंध में आज श्री अकाल तख्त साहिब पर एक विशाल नगर कीर्तन सजाया गया। इस नगर कीर्तन की अगुवाई पांच प्यारे कर रहे थे और श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी की पावन छत्रछाया के नीचे इस नगर कीर्तन की शुरूआत हुई।
इस नगर कीर्तन में शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल, सिंह साहिबान और जिला प्रशासन की तरफ से जिलाधीश अमृतसर शिव दुलार सिंह ढिल्लो और पुलिस कमीश्रर डॉ सुखचैन सिंह गिल समेत बहुत सी प्रमुख शख्सियतों, शिरोमणि कमेटी सदस्यों और हजारों संगत भी मोजूद थी। यह नगर कीर्तन अमृतसर शहर के 12 प्राचीन दरवाजों के बाहर से गुजरता हुआ देर शाम श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचकर समाप्त हुआ।
इस प्रकाश पर्व के अवसर पर नगर कीर्तन के दौरान हवाई जहाज द्वारा की गई फूलों की बारिश संगत के लिए आकर्षण का केंद्र बनी। काफी लंबे समय बाद जहाज द्वारा फूलों की वर्षा का संगत ने पुन: नजारा देखा। स्मरण रहे कि काफी साल बाद नगर कीर्तन के दौरान हवाई जहाज द्वारा रंग-बिरंगे फूलों की बारिश हुई। शिरोमणि कमेटी ने इस संबंध में विशेष यत्न किए थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक नगाड़ों, जयकारों और नरसिंहा की गूंज में नगर कीर्तन की शुरूआत आज सुबह-सवेरे श्री अकाल तख्त साहिब से अरदास के उपरांत आरंभ हुई। इस अवसर पर श्री गुरू गं्रथ साहिब जी का पावन स्वरूप पालिकी साहिब में सुशोभित करने की सेवा सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी सिंह साहिब ज्ञानी जगतार सिंह जी ने निभाई। हजारों की संख्या में पहुंची संगत ने सतनाम वाहेगुरू का जाप करके चौथे पातशाह जी के प्रति श्रद्धा का प्रकटावा किया। नगर कीर्तन के सम्मान में पुलिस बैंड, स्कूली बैंड और गतका पार्टियों ने भी शमूलियत की।
इस दौरान शिरोमणि कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, शिरोमणि बुढडा दल के प्रमुख बाबा बलबीर सिंह छियानवे करोड़ी, बाबा सेवा सिंह खंडूर साहिब वाले, पूर्व जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह समेत अलग-अलग धार्मिक जत्थेबंदियों, सभा सोसायटियों के प्रतिनिधि और एसजीपीसी सदस्य समेत हजारों की संख्या में संगत मोजूद थी।
चौथे पातशाह जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर यह नगर कीर्तन बीते वर्षो की तरह इस बार भी शहर के प्राचीन दरवाजों के इर्द-गिर्द सजाया गया। इस दौरान अलग-अलग सोसायटियों के प्रतिनिधियों समेत संगत ने श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी को रूमाला साहिब भेट किए और पांच प्यारों समेत निशानची सिंहों को भी सिरौपों से नवाजा गया। इसके अलावा शिरोमणि कमेटी के समूह मुलाजिमों ने पीली दस्तारों पर धन्य श्री गुरू रामदास जी लिखित पटियां सजाकर नगर कीर्तन में शमूलियत की।
– सुनीलराय कामरेड