लुधियाना : रविवार की सुबह सवेरे पंजाब के 250 से अधिक श्रद्धालुओं के परिजनों के लिए राहत भरे पल उस वक्त सामने आए जब उनके परिजन और वारिस कोविड-19 के कारण 22 मार्च से महाराष्ट्र के नांदेड़ साहिब में फंसे लोग वापिस अपने-अपने घरों में लौट आए। इन श्रद्धालुओं को लाने के लिए पंजाब रोडवेज व पीआरटीसी की 80 एसी बसों को बठिंडा के बस स्टैंड से लुधियाना डिपो के सीनियर जीएम इंद्रजीत सिंह चावला ने रवाना किया था। पंजाब में दाखिल होने पर पहले जत्थे के 246 श्रद्धालुओं की हरियाणा सीमा के नजदीक डूमवाली कस्बे में मैडीकल जांच की गई। इस काफिले में शामिल 8 बसें आज पंजाब में दाखिल हुई, जिनमें 7 बसें बठिण्डा जिले के हरियाणा के साथ लगते बार्डर से वापिस आई जबकि एक फाजिलका जिले केेेेेेेेेेेेेेेेेेे अबोहर रास्ते पंजाब पहुंची। इन बसों में बठिण्डा जिले के नागरिकों के अलावा श्री अमृतसर साहिब, लुधियाना, कपूरथला, गुरदासपुर, रोपड़, शहीद भगत सिंह नगर और साहिबजादा अजीत सिंह नगर, जालंधर फाजिलका, संगरूर पटियाला और मोगा जिले समेत केंद्रीय शासित प्रदेश चंडीगढ़ के श्रद्धालु भी शामिल थे।
स्मरण रहे कि यह श्रद्धालु एक महीने से महाराष्ट्र सूबे में स्थित अबचल नगर नादेड़ में गुरूघर दर्शनों के लिए गए थे लेकिन अचानक हुए लॉकडाउन के कारण वही फंस गए थे। सीमावर्ती इलाके से संबंधित कुछ लोग प्राइवेट गाडिय़ों से भी वापिस आएं, जिनमें 11 व्यक्तियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुलिस की मदद से सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र में एसएमओ डॉ रोहित मेहता की अगुवाई की टीम ने जांच की और उनके हाथों पर लाल मोहर लगाकर 14 दिन के लिए घरों में एकांतवास किया गया। उन्हें किसी से भी ना मिलने की हिदायतें जारी हुई। इलाका एसएचओ ने बताया कि 11 लोगों का सरकारी अस्पताल गांव सुरसिंह वाला में कोरोना टैस्ट भी किया जाएंगा।
इधर लुधियाना में भी नादेड़ साहिब से 2 बसों द्वारों 54 लोग पहुंचे, जिनकी सिविल अस्पताल में स्क्रीनिंग टैस्ट करवाने के बाद उन्हें अलग-अलग वाहनों द्वारा उनके घर पीसीआर के मोटर साइकिल आगे लगाकर रवाना किए गए। इस अवसर पर तहसीलदार कंवर नरेंद्र सिंह उपस्थित थे। डयूटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि 26 श्रद्धालुओं को लेकर एक बस यहां पहुंची थी जबकि 17 लोग एक अन्य बस में आ रहे है। उतरे श्रद्धालुओं ने पंजाब, महाराष्ट्र सरकार समेत हुजूर साहिब की प्रबंधक कमेटी का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के चलते फंसने के बावजूद प्रबंधकों ने उनका पूरा ध्यान रखा। खाने और पीने संबंधी स्वास्थ्य का भी तनदेही से सेवा की गई।
जबकि बटाला के क्षेत्र में पहुंचे श्रद्धालुओं को राधा स्वामी सत्संग घरों में एकांतवास रखने की हिदायतें देकर रवाना किया गया। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक उक्त सभी को 2 हफतों के लिए एकांतवास में रखा जाएंगा। यहां के 11 लोग है। जबकि संगरूर में हुजूर साहिब से वापिस पहुंचे श्रद्धालुओं को भी सिविल अस्पताल पहुंचने पर कोरोना टैस्ट के लिए सैंपल लिए गए, इनमें 8 लोग मुनकख, 6 धूरी और 2 बरनाला के थे।
– सुनीलराय कामरेड