लुधियाना : लुधियाना-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गांव जुगयाना के पास एक तेज रफतार कार ने बस का इंतजार कर रहे लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। कार चालक इस घटना उपरांत कार को सड़क पर ही छोड़कर फरार हो गया। जबकि इस घटना के परिणामस्वरूप एक औरत समेत दो बच्चों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही कुछ पुलिस अधिकारी मोके पर पहुंचे। पुलिस ने लाशों को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जबकि सड़क पर ही गुस्साएं लोगों ने दोषी व्यक्ति की गिरफतारी की मांग को लेकर कई घंटे राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलिस के ढिलमुल रवैये के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन उपरांत कई मीलो तक जाम लग गया। यातायात व्यवस्था बिगड़ गई। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने लोगों को शांत करने के लिए काफी यत्न किए। जबकि नैशनल हाईवे पर वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें दिखाई दी।
जानकारी अनुसार साहनेवाल जीटी रोड पर डिवाइडर पर अपनी कंपनी की बस का इंतजार कर रहे एक महिला सहित तीन लोगों को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। टक्कर इतना जबरदस्त थी कि तीनों राहगीर अलग अलग दिशाओं में जा गिरे और बुरी तरह से घायल हो गए। जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। डिवाइडर पर चढ़ी कार के भी परखचे उड़ गए। कार में सवार चार लोगों में से दो लोगों को मामूली चोटे आई है। जिन्हें इलाज के लिए दोराहा के सिद्धू अस्पताल पहुंचाया गया। टक्कर लगने से गांव भोरेवाल की रहने वाली बलजीत कौर (38), सन्नी (26) और बलविंदर सिंह (38) के रुप में हुई है। टक्कर होने के बाद आस-पास के लोग इकट्ठा हो गए। तीनों मृतकों के घर वाले भी वहां पहुंच गए। गुस्साए लोगों ने दोनों तरफ से जीटी रोड जाम कर दिया। जिस कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी लंबी कतारें लग गई। सूचना मिलते ही एडीसीपी 4 जसदेव सिंह सिद्धू, एसीपी साहनेवाल हरकमल कौर और थाना साहनेवाल के एसएचओ राजवंत पाल सिंह मौके पर पहुंच गई। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। इस दौरान दिल्ली से लाहौर जाने वाली बस को वहां से निकलना था। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी हाइवे से हटने का नाम नहीं ले रहे थे। जिसके बाद पुलिस के साथ उनकी काफी तीखी नोक झोक हुई तो पुलिस ने बस को वहां से निकलवाया। पुलिस ने जांच के बाद तीनों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए है।
बलजीत कौर, सन्नी और बलविंदर सिंह दोराहा की एक निजी फैक्टरी में काम करते है। तीनों को रोजाना कंपनी की बस लेने के लिए आती थी। तीनों साहनेवाल थाने के पास डिवाइड पर खड़े हो जाते थे तो वहां से बस उन्हें ले जाती थी। रोजाना की तरह तीनों वीरवार की सुबह भी वहां खड़े हुए थे। इसी दौरान कपूरथला से फतेहगढ़ धार्मिक स्थान पर माथा टेकने जा रहे कश्मीर सिंह और उसके साथी गाड़ी में सवार थे। हाइवे पर पानी जमा था तो गाड़ी चला रहे कश्मीर सिंह ने गाड़ी तेज रफ्तार में ही पानी के ऊपर से निकाल दी। जिससे पानी उसी की गाड़ी के शीशे पर आ गया। जिस कारण उसे आगे नजर नहीं आया और गाड़ी बेकाबू होकर डिवाइड पर जा चढ़ी। तेज रफ्तार गाड़ी ने डिवाइड पर बस का इंतजार कर रहे तीनों को टक्कर मार दी। तीनों काफी दूर अलग अलग दिशाओ में जा गिरे। हादसे के तुरंत बाद कश्मीर सिंह और उसके साथी गाड़ी से निकल कर फरार हो गए।
पाकिस्तान को जाने वाली बस रोकना चाहते थे प्रदर्शनकारी, पुलिस ने किया असफल
तीनों की मौत के बाद उनकी फैक्टरी के लोग भी घटनास्थल पर पहुंच गए। इसके अलावा घर वाले भी वहां आ गए। सभी लोगों ने हाइवे पर प्रदर्शन शुरु कर दिया और दोनों तरफ से जाम लगा दिया। इसी दौरान कुछ लोगों को पता चला कि यहां से दिल्ली से लाहौर को जाने वाली सदा-ए-सरहद निकलने वाली है। प्रदर्शनकारी उसे रोकना चाहते थे, लेकिन पुलिस बस को किसी कीमत पर वहां से निकालना चाहती थी। जिस कारण पुलिस की प्रदर्शनकारियों के साथ कहासुनी हो गई। जिसके बाद पुलिस ने जबरदस्ती प्रदर्शनकारियों को पीछे कर बस को वहां से निकलवाया। जिसके बाद पुलिस ने आश्वासन देकर वहां से भेजा
तीन आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
जांच के दौरान पता चला कि कार कश्मीर सिंह की है और उसके साथ रणधीर सिंह, जसवंत सिंह और बलविंदर सिंह गाड़ी में सवार होकर माथा टेकने के लिए फतेहगढ़ जा रहे है। सभी गाड़ी से फरार हो कर दोराहा कीतरफ गए है। जिसके बाद पुलिस को पता चला कि गाड़ी में सवार रणधीर सिंह और जसवंत सिंह मामूली रुप से घायल हुए है और दोनों वहां दाखिल है। पुलिस ने दोनों को दोराहा अस्पताल से काबू कर लिया, जबकि बलविंदर को अस्पताल के पास से काबू कर लिया। गाड़ी चालक कश्मीर सिंह वहां से फरार हो गया। थाना साहनेवाल के एसएचओ इंस्पेक्टर राजवंत पाल सिंह ने कहा कि पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि आरोपी कश्मीर सिंह फरार है। जिसकी तलाश में छापामारी की जा रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
– सुनीलराय कामरेड