लुधियाना-संगरूर : कुछ दिन पहले शिलांग और पिछले दिनों दिल्ली में 2 सिखों की पुलिस द्वारा की गई मार पिटाई को पंजाब विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा एक सोची-समझी साजिश बताया है।
उन्होंने कहा कि आरएसएस के दिशा-निर्देशों पर चल रही भाजपा के निशाने पर हमेशा अलप संख्यक रहे है। चीमा ने कहा कि भाजपा अल्प संख्यकों के खिलाफ की जा रही बुरी सोच के विरूद्ध देश की सेकुलर पार्टियों को एक जुट होने की जरूरत है। आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने दिल्ली पुलिस की ओर से आटो चालक सरबजीत सिंह और उस के बच्चे की बेरहमी से की मारपीट और पगड़ी-केसों की बेअदबी की सख्त शब्दों में निंदा की है।
पार्टी के सीनियर नेता कुलतार सिंह संधवां, प्रो. बलजिन्दर कौर, कुलवंत सिंह पंडोरी, जै किशन सिंह रोड़ी और मनजीत सिंह बिलासपुर (सभी विधायक) ने केंद्र की नरिन्दर मोदी सरकार से मांग की है कि दोषी पुलिस आधिकारियों-कर्मचारियों को तुरंत बर्खास्त कर उन पर फौजदारी मुकदमा दर्ज किया जाए, जिससे पूरे देश में एक स्पष्ट संदेश जाए कि अल्पसंख्यक के धार्मिक चिह्नों और जज्बातों की बेअदबी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, बेशक वह पुलिस वाले या अन्य कितने भी रसुखवान क्यों न हों।
आप विधायकों ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि पुलिस का खुलेआम सडक़ पर कानून हाथ में लेना बर्दाश्त से बाहर है। आप नेताओं ने कहा कि बेशक कसूर आटो चालक का ही क्यों न हो, परंतु दिल्ली पुलिस की तरफ से जिस हैवानीयत का प्रदर्शन दिन दिहाड़े किया गया है, वह दिल्ली पुलिस के जंगल-राज की जीती-जागती मिसाल है।
आप विधायकों ने कहा कि यदि खास कर राजधानी नई दिल्ली में ही सिक्खों की पगड़ी सुरक्षित नहीं है और कानून के रक्षक ही पगड़ी और केसों को लातों (पैरों) से बेअदबी करने लग जाएं तो देश या विदेशों में पगड़ी-केस की बेइज़्जती या बेअदबी रोकने के लिए भारत सरकार कौन से मुंह के साथ बात करेगा। आप नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार को इस मामले में तुरंत दखल दे कर दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिएं, क्योंकि दिल्ली पुलिस दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार के अधीन न हो कर अकाली-भाजपा गठजोड वाली मोदी सरकार के अधीन है और देश के गृह मंत्री अमित शाह का दिल्ली पुलिस पर सीधा कंट्रोल है।
आप विधायकों ने अकाली दल (बादल) के प्रधान सुखबीर सिंह बादल और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को कहा कि वह पीडि़त सिक्ख आटो चालक सरबजीत सिंह को इंसाफ और दोषी पुलिस अफसरों-कर्मचारियों की बर्खास्तगी और फौजदारी मुकदमा दर्ज करवाएं। यह भी यकीनी बनाएं कि भविष्य में देश के किसी भी हिस्से में किसी भी पंजाबी या सिक्ख पर इस तरह की गुंडागर्दी या पगड़ी -केस की बेअदबी करने की कोई शरारती तत्व हिम्मत न कर सके।
आप नेताओं ने कहा कि शिलौंग के सिक्खों को इंसाफ दिलाने की बातें करने वाले बादल इस बात का जवाब दें कि यदि भाजपा के राज में सिक्खों की जान-माल और पगड़ी की चौंकीदारी नहीं करवा सकते तो भाजपा के साथ सिर्फ कैबिनेट मंत्री के पद के लिए ही गठजोड किया हुआ है?
– सुनीलराय कामरेड