लुधियाना-अमृतसर : चीफ खालसा दीवान के गुरुद्वारा श्री कलगीधर साहिब में कार्यकारिणी व जनरल हाउस की बैठक के दौरान कुछ सदस्यों की ओर से आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग करने की शिकायत श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंच गई है। मांग की है कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में गलत भाषा का उपयोग करने वाले प्रो. हरि सिह, जसपाल सिंह ढिल्लों, राजिंदर सिंह मरवाहा समेत उनके साथियों के खिलाफ धार्मिक मर्यादा के अनुसार कार्रवाई करने के लिए इनको श्री अकाल तख्त साहिब पर तलब किया जाए।
चीफ खालसा दीवान के सदस्यों संतोख सिंह सेठी , एचएस फ्रीडम और अन्य ने सारे घटनाक्रम की सीडी और अन्य दस्तावेज भी श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिह को सौंपे।
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दस्तावेज सौंपते हुए ज्ञापन देने गए सदस्यों ने जत्थेदार को बताया कि 22 सितंबर को दीवान की कार्यकारिणी कमेटी और जरनल हाउस की बैठक सीकेडी के गुरुद्वारा साहिब में बुलाई गई थी। इस बैठक के दौरान अणखी ग्रुप के कुछ सदस्य भाग सिह अणखी, अवतार सिह और हरभजन सिह सोच को दीवान में शामिल करने के लिए टेबल एजेंडा पेश करने लगे।
जब कार्यकारिणी के सदस्यों ने इस टेबल एजेंडा का विरोध करते हुए कहा कि चोर रास्ते से किसी को भी दीवान में शामिल नहीं किया जाएगा। इसके लिए योग्य विधि अपनाई जाए। तो अणखी ग्रुप के लोगों ने वहां झगड़ा शुरू कर दिया। अपशब्दों का उपयोग किया गया। नौबत हाथापाई तक भी पहुंची। कई बार अध्यक्ष और सचिव ने इन को शांति बनाए रखने की भी अपील की।
परंतु फिर भी इनकी ओर से हर बात अनसुनी कर दी गई। जिस को रोकने के लिए बाहर खड़ी पुलिस को गुरुद्वारा के अंदर प्रवेश करना पड़ा। इस लिए जिन लोगों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हजूरी में गलत शब्दों का उपयोग किया है उनके खिलाफ धार्मिक नियमों के अनुसार कार्रवाई करते हुए सख्त सजाएं दी जाए। उधर ङ्क्षसह साहिब ने कहा कि वह इस मामले को पांच सिह साहिबान की बैठक में विचार करेंगे और भी फैसला लिया जाएगा उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।