पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने अपने लड़के राणा प्रताप सिंह की सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र से आजादी उम्मीदवार के रूप में चुनाव मुहिम का आगाज विधायक चीमा के जद्दी गांव बूसोवाल से किया, जहां बड़ी गिनती में गांव वासियों ने राणा गुरजीत सिंह को भरोसा दिलाया कि उनके लड़के इंद्रप्रताप सिंह को भारी मतदान करके विजेता बनांएगे। इससे पहले राणा गुरजीत सिंह गांव बूसोवाल में राणा इंद्रप्रताप सिंह के चुनाव कार्यालय का उदघाटन भी किया।पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के बीच कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह अपने बेटे राणा इंदर प्रताप सिंह के चुनाव प्रचार में जुट गये हैं, जो सुल्तानपुर लोधी से कांग्रेस प्रत्याशी नवतेज सिंह चीमा के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं।
दो दिनों से खुलकर बेटे का चुनाव प्रचार कर रहे राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि बेटे के चुनाव प्रचार में लगने का निर्णय उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी चीमा के अलावा कांग्रेस नेताओं सुखपाल सिंह खैरा, बलदेव सिंह धालीवाल औेर अवतार सिंह के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर उन्हें (राणा गुरजीत सिंह को) पार्टी से निकालने की मांग करने के बाद किया। उन्होंने कहा कि अपने बेटे का साथ देना उनकी नैतिक जिम्मेवारी है। इसीके साथ उन्होंने चारों कांग्रेस नेताओं को चुनौती दी कि वह उनके खिलाफ कपूरथला में आकर प्रचार करें जहां से कि वह खुद कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
इसीके साथ उन्होंने यह भी कहा कि वह आलाकमान को लिखकर श्री खेहरा को पार्टी से निकालने और भोलथ से प्रत्याशी बदलने की मांग करेंगे। श्री खेहरा मनी लांडि्रंग मामले में आरोपी हैं और न्यायिक हिरासत में हैं। इस बीच, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने इस मामले में स्पष्ट किया कि पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के विपरीत वह किसीके खिलाफ ‘पार्टी विरोधी‘ गतिविधियों के लिए प्रतिशोधात्मक कार्रवाई नहीं करेंगे। उन्होंने दावा किया कि मामला सुलझा लिया जाएगा।