लुधियाना : स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस को लेकर आज जारी हुई एक विशेष मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक अब तक कोरोना वायरस के 117 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 112 की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं, जबकि एक मामले की पुष्टि हुई है और 4 की रिपोर्ट आना बाकी है। इसी प्रकार 1,308 मरीज जांच के अधीन हैं, जिनमें से 8 मरीज अस्पताल में और 1,298 मरीज घरों में जांच के अधीन हैं। अमृतसर के राजा सांसी हवाई अड्डा से 62,570 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है, जिनमें से 7 यात्री संदिग्ध हैं।
वहीं, मोहाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 7,574 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है, जिसमें से एक यात्री संदिग्ध पाया गया जबकि डेरा बाबा नानक चेक पोस्ट से 18,188 यात्रियों की स्क्रीनिंग के दौरान एक भी यात्री संदिग्ध नहीं पाया। वहीं, कोरोना वायरस को लेकर लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर प्रदीप कुमार अग्रवाल ने सर्किट हाउस में स्थित बचत भवन में पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल और सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार बगा के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
उन्होंने बताया कि 900 के करीब लोग लुधियाना से संबंधित थे, जिन्हें कोरोना वायरस के मामले में संदिग्ध मानते हुए जांच की गई, जिनमें से 800 लोग ठीक हैं, जबकि 80 लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस उक्त लोगों को ढूंढ रही है, जो पिछले दिनों विदेश से आएं थे और लोगों के पासपोर्ट की जांच की जाएंगी। उन्होंने कहा कि लुधियाना में 11 लोगों की विशेष जांच करवाई गई, जिनमें 10 की रिपोर्ट नेगेटिव और एक की रिपोर्ट फाइनल आना बाकी हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिले के अंदर 309 आइसोलेशन बैड का प्रबंध किया गया है।
साथ ही लुधियाना के ही खन्ना इलाके के रहने वाले एक नौजवान की इटली में मौत होने की खबर मिली हैं। जिसके बाद से ही इलाके में चिंता और गम का माहौल है। हालांकि, इस बारे में कुछ पता नहीं लगा कि मृतक की मौत कोरोना वायरस से हुई है या फिर किसी अन्य कारणों से। क्योंकि मृतक के खन्ना में रहते परिजनों ने इस बारे में कोई भी बात करने से इंकार कर दिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मृतक लखबीर सिंह की आयु 36 साल बताई जा रही हैं। पारिवारिक सदस्य अपने बेटे की असमय मौत के कारण इतने दुखी और परेशान हैं कि वे इस बारे में पत्रकारों से कोई भी बातचीत करने को तैयार नहीं। हालांकि, बताया जा रहा है कि उनके दुख और परेशानी का अंदाजा इसलिए लगाया जा सकता है कि कमलजीत सिंह स्वयं ही इटली के पीआर हैं लेकिन कोरोना के कारण लगी पाबंदियों के चलते वह इस वक्त इटली नहीं जा सकते।
-रीना अरोड़ा