लुधियाना-अमृतसर : गुरू की नगरी अमृतसर के नाम से विख्यात एक 15 वर्षीय बेटी को 18 वर्षीय युवक के साथ प्रेम करना इतना महंगा पड़ा कि बाप की नाराजगी के चलते दोनों को अपनी जिंदगी से हाथ धोने पड़े। प्राप्त जानकारी के मुताबिक अमृतसर के मजीठा इलाके में खोखली इज्जत की खातिर युवक -युवती के जोड़े के कत्ल का मामला सामने आया है।
यह घटना मजीठा स्थित कथूनंगल रोड़ ओबीसी बैंक के नजदीक की है, जिसमें पूर्व कोंसलर चौधरी शिंगारा सिंह का पौत्रा पवन सिंह आयु 18 वर्ष पुत्र राजपाल सिंह का 15 वर्षीय अनु सुपुत्री दिलबाग सिंह निवासी मजीठा रोड़ के साथ कुछ समय से प्रेम संबंध चल रहे थे, जिससे लडक़ी के पिता दिलबाग सिंह, चाचा हरपाल सिंह पुत्र बलदेव द्वारा अपने कुछ जिगरी दोस्तों के साथ मिलकर पवन सिंह को तेज हथियारों से वार करके गंभीर जख्मी कर दिया, जिसको अमृतसर के गुरूनानक अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया किंतु डॉक्टरों द्वारा वहां पहुंचते ही मृत घोषित कर दिया।
हमलावर दिलबाग सिंह और हरपाल सिंह द्वारा पवन सिंह का कत्ल करने के बाद अपने ही घर के बाहर अपनी बेटी अनु को भी तेज कार की लपेट में ले लिया और फिर तेज हथियारों से उसपर वार करते हुए उसका भी कत्ल कर दिया। हमलावर दिलबाग सिंह, हरपाल सिंह अपने साथियों समेत मोके से फरार हो गया। डीएसपी रविंद्र सिंह, पुलिस प्रमुख हरकीरत सिंह, एएसआइ राजबीर सिंह समेत अन्य पुलिस मुलाजिमों ने मोके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी।
सूत्रों के मुताबिक दिलबाग सिंह मजीठा में बेटी के प्रेम प्रसंग से खफा होकर अपने साथियों के साथ अपनी बेटी के प्रेमी के घर पहुंचा था और उसने दिनदिहाड़े तेज हथियार दात्रे के साथ सडक़ किनारे खड़े पवन सिंह की गर्दन काट डाली। गर्दन कटने के उपरांत धड़ के साथ लटकती नजर आई और उसे लोगों ने अस्पताल ले जाकर दाखिल करवाया, जहां उसकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि युवक अमनदीप का काफी लंबे समय से पड़ोस में रहने वाले दिलबाग सिंह की बेटी से प्रेम प्रसंग चल रहा था। उनके प्रेम प्रसंग से लडक़ी का परिवार खफा था। यह भी पता चला है कि मृतक लडक़े की बहन की 2 दिन बाद शादी थी। लडक़ी का पिता दिलबाग सिंह कुछ दिन पहले भी बेटी के प्रेमी को सबक सिखाने के मकसद उसके घर गया था। हालांकि तब घरवालों ने शादी का हवाला देकर मामला रफा-दफा कर दिया था।
किंतु आज अनु अपने प्रेमी को मिलने उसके घर की तरफ गई थी, यह भी पता लगा है कि दोनों घर से भागने की फिराक में थे, जिससे खफा होकर दिलबाग सिंह ने मौका देखते ही हथियारों से वार कर उसकी हत्या कर दी। बाद में घर लौटकर बेटी अनु को भी मार डाला।
– सुनीलराय कामरेड