फाजिल्का में बंद के दौरान शरारती तत्वों ने की पत्थरबाजी, दुकानदारोंं से हुई भिड़ंत, अमृतसर में ट्रेन रोकी - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

फाजिल्का में बंद के दौरान शरारती तत्वों ने की पत्थरबाजी, दुकानदारोंं से हुई भिड़ंत, अमृतसर में ट्रेन रोकी

राम-सिया के लव कुश’ के नाम से हिंदुओं में चर्चित सीरियल भगवान वाल्मीकी के जीवन चरित्र को तोड़-मरोड़ कर प्रसारित किए जाने के रोष स्वरूप गुस्साएं वाल्मीकी समाज और दलित समुदायों से संबंधित संगठनों ने एक जुट होकर पंजाब बंद का आज आहवान किया था।

लुधियाना- जालंधर : ‘राम-सिया के लव कुश’ के नाम से हिंदुओं में चर्चित सीरियल भगवान वाल्मीकी के जीवन चरित्र को तोड़-मरोड़ कर प्रसारित किए जाने के रोष स्वरूप गुस्साएं वाल्मीकी समाज और दलित समुदायों से संबंधित संगठनों ने एक जुट होकर पंजाब बंद का आज आहवान किया था। 
छोटे पर्दे पर आधारित कलर चैनल पर दिखने वाले इस सीरियल को पंजाब सरकार ने एक दिन पहले ही समस्त जिला अधिकारियों को बंद करवाने की घोषणा कर दी थी, इसी क्रम में कई इलाकों के जिलाधीश और कमीश्ररों ने भी समस्त टेलीविजन अप्रेटरों और केबल आप्रेटरों को केबल टेलीविजन नेटवकर्स (रेगुलेशन) एक्ट 1995 की धारा 7 के सेक्शन क्रम संख्या 19 के तहत तत्काल प्रभाव से एक महीने के लिए इसे मुलतवी करने के आदेश जारी कर दिए थे, इसके बावजूद वाल्मीकी समाज ने अपनी सियासी और धार्मिक ताकत दिखाने हेतु पंजाब बंद का आहवान किया था।  वाल्मीकी समाज के नेताओं का कहना है इस श्रंृखला से उनके समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है और इसी जबरदस्त रोष को ध्यान में रखते पंजाब बंद का ऐलान किया गया।
सूबे के दोआबा और माझा इलाके में इस रोष प्रदर्शनों और धरनों का असर व्यापक दिखा जबकि मालवा के कुछ इलाकों में आंशिक रूप से प्रदर्शन हुए।  भगवान वाल्मीकि महाराज की जीवनी को तोड़मरोड़ करने के मामले में वाल्मीकि समुदाय के पंजाब बंद का राज्यभर में मिलाजुला असर रहा। बंद का सबसे ज्यादा असर जालंधर, अमृतसर व तरनतारन में दिखा। जालंधर में बाजार लगभग पूरी तरह से बंद रहे। जबकि लुधियाना के घंटाघर और चोड़ा बाजार में भारतीय वाल्मीकी और धर्म समाज के नेताओं ने अपने समर्थकों को साथ लेकर समस्त इलाके में स्थित दुकानों को जबरी बंद करवाने में सफलता हासिल की। इसके अलावा लुधियाना के शिवपुरी इलाके में लाठियों और डंडों के बलबूते पर कई दुकानें बंद करवाई गई।
उधर  प्रदर्शनकारियों ने जालंधर में सडक़ों पर प्रदर्शन के दौरान टायरों को आग लगा दी। नकोदर में जबरी दुकानें बंद करवाए जाने को लेकर एक शख्स के घायल होने की खबर है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस घटना के उपरांत समस्त इलाके में तनाव की स्थिति को खत्म करने के लिए भारी  पुलिस बल तैनात है। नकोदर में गोली चलने से एक व्यक्ति घायल हो गया। उसे नकोदर के कमल अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे जालंधर रेफर कर दिया। बंद के दौरान बाबा मुराद शाह रोड पर एक दुकान पर काम कर रहे मुलाजिमों को प्रदर्शनकारियों ने रोका तो दुकान मालिक ने अपने बचाव के लिए गोली चलाई, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया है।
घायल व्यक्ति की पहचान गुरप्रीत पुत्र हरी निवासी गनरू, नानक पुरा के रूप में हुई है। जबकि सरहदी क्षेत्र फाजिलका में बंद के दौरान हुई पत्थरबाजी में एक दुकानदार के जख्मी हो जाने की खबर मिली है। बताया जा रहा है कि वाल्मीकी समाज के कुछ नौजवानों द्वारा धक्के के साथ कारोबार बंद करवाया जा रहा था, जिसका फाजिलका व्यापार मंडल द्वारार जबरी बंद का विरोध किया गया। इसके बाद व्यापार मंडल पदाधिकारियों को साथ  लेकर दुकानदार जिले के पुलिस प्रमुख और प्रशासनिक अधिकारियों को मिलने पहुंचे तो शरारती तत्वों द्वारा पत्थरबाजी की गई, इस दौरान एक दुकानदार जख्मी हुआ, जिसे इलाज हेतु सिविल अस्पताल दाखिल करवाया गया है।
व्यापार मंडल के प्रधान ने कहा कि जितनी देर तक दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही नहीं होती, समस्त बाजार बंद रहेंगे। सुबह करीब 11 बजे वाल्मीकि समुदाय की ओर से शहर में रोष मार्च निकाला गया। यह रोष मार्च जब मेहरियां बाजार के निकट पहुंचा तो एक दुकान को खुला देकर दुकानदार व वाल्मीकि समुदाय के लोगों में भिड़ंत हो गई। देखते ही देखते भिड़ंत ने गंभीर रूप धारण कर लिया। इस दौरान वाल्मीकि समुदाय के साथ आए लोगों ने दुकान के बाहर पड़ा सामान बिखेर दिया।
इस दौरान व्यापार मंडल व आसपास के दुकानदार भी वहां एकत्रित हो गया। साथ-साथ चल रहे नगर थाना प्रभारी नवदीप सिंह भट्टी मौके पर पहुंचे और दोनों गुटों को अलग-अलग करने का प्रयास किया। काफी मशक्कत के बाद जब दोनों गु्रप अलग-अलग हुए तो वाल्मीकि समुदाय के लोग डीसी मनप्रीत सिंह से मिलने के लिए उनके कार्यालय में पहुंचे।  उधर, दूसरी तरफ रोषित व्यापार मंडल बाजारों में रोष मार्च निकालते हुए एसडीएम कार्यालय के निकट पहुंचा। 
इस दौरान वाल्मीकि समुदाय के लोग भी डीसी मनप्रीत सिंह से मिलकर बाहर आ गए। इसके बाद फिर से दोनों गुटों में टकराव हो गया और इस दौरान एक व्यापारी जख्मी भी हो गया। पुलिस ने दोनों गुटों को अलग किया और वहां से वाल्मीकि समुदाय के लोगों को भेज दिया। 
इसके बाद व्यापार मंडल के प्रधान व सदस्यों ने डीसी मनप्रीत सिंह व एसएसपी डॉ. भूपिंद्र सिंह को पूरी घटना के बारे में बताया और मांग की कि दुकानदार का सामान बिखेरने वाले व एक दुकानदार को जख्मी करने वाले लोगों के खिलाफ पर्चा दर्ज किया जाए। जब तक ऐसा नहीं होता तब तक व्यापार मंडल द्वारा दुकानें बंद रखी जाएंगी।
जबकि प्रदर्शनकारियों ने अमृतसर में सु बह-सवेरे दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन को 40 मिनट के लिए प्रदर्शनकारियों ने रोके रखा, इस दौरान प्रदर्शनकारी सेंसर बोर्ड और केंद्र सरकार के विरूद्ध भारी गुस्से का इजहार करते दिखे। बाद में रेलवे के अधिकारियों और पुलिस प्रमुख के आने के बाद प्रदर्शनकारियों ने अपनी रोषपूर्ण ज्ञापन को सौंपकर सडक़ों पर वापिस चले आएं। भंडारी पुल पर वाल्मीकि संगठनों ने धरना दिया। 
शहर में ट्रैफिक जाम, मेडिकल स्टोर, दूध की डेयरी, पेट्रोल पंप से लेकर सभी दुकानें बंद। वाल्मीकि संगठनों ने अमृतसर में चलने वाली मेट्रो बस सेवा को भी रोका।
वाल्मीकि समुदाय के प्रदर्शन को देखते हुए प्रदेशभर में पुलिस अलर्ट पर है। स्मरण रहे, चैनल ने पंजाब में सीरियल के प्रसारण पर रोक लगा दी है। अमृतसर के डीसीपी जगमोहन सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से यह सीरियल पंजाब में केबल नेटवर्क पर बंद करने के आदेश दिए हैं। हालांकि वाल्मीकि समाज के संगठन इस बात पर अडिग हैं कि यह सीरियल बंद होना चाहिए और अमृतसर सिटी ने जो केस दर्ज किया गया है उनमें नामजद व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जाए। 
डीएसपी कमलजीत सिंह औलख की अगुवाई में पुलिस ने शहर में मार्च करते सभी को शांति कायम रखने का संदेश दिया। कुल मिलाकर तरनतारन, पट्टी, खेमकरण, घरियाला, भिखीविंड, खालड़ा, झब्बाल, चोहला साहिब, खडूर साहिब, गोइंदवाल साहिब, मीयांविंड, वैरोवाल, सराय अमानत खां आदि में पंजाब बंद का असर देखा गया। स्मरण रहे भगवान वाल्मीकि टाइगर फोर्स ऑल इंडिया एक्शन कमेटी व श्री गुरु रविदास टाइगर फोर्स ने पंजाब बंद का आह्वान किया है। 
– सुनीलराय कामरेड

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

five × 2 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।