लुधियाना : पंजाब कृषि विश्व विद्यालय लुधियाना में किसान मेला धूमधड़ाके से शुरू हो गया। दो दिन चलने वाले इस किसान मेले का उदघाटन वित्तमंत्री पंजाब मनप्रीत सिंह बादल ने रिबन काटकर किया। मेले में हिस्सा लेने वाली कंपनियों को इस बार मेले से काफी आशाएं है। वित्तीय मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने पीएयू में आरंभ हुए किसान मेेले में मुख्यातिथि के तौर पर बोलते हुए कहा कि इस समय पंजाब की लगभग 50 फीसदी आबादी खेतीबाड़ी पर निर्भर है। एक किसान परिवार की प्रति महीना आमदन लगभग 15-16 हजार रुपए है। जबकि पड़ोसी सूबे हरियाणा के किसान की प्रति महीना आमदन 14,400 के करीब है।
किसान फिजूल खर्चो की खातिर अपने आप को कर्जाई ना करें तथा ना ही अपने आप को खुदकुशी जैसे रास्ते पर ले जाए। उन्होंने आगे किसानों से पुर्जोर अपील की कि वह एक वक्त की रोटी बेशक कम कर दे परंतु अपने बच्चों को शिक्षित जरुर करें। क्योंकि आने वाला समय चुनौती भरपूर है। उन्होंने किसानों को यह भी सुझाव दिया कि वह अपने बच्चों को खेतीबाड़ी के साथ साथ बागबानी, पशु पालन समेत सहायक धंधो के लिए प्रेरित करें। बादल ने यह भी ऐलान किया कि पंजाब सरकार के किसानों का दो लाख रुपए तक का कर्जा माफ करने जा रहा है।वित्तीय मंत्री पंजाब मनप्रीत बादल ने ऐलान किया कि सूबे में जल्द ही नई फूड पालिसी लागू की जाएगी। जिसके तहत सूबे की किसानी के हित सुरक्षित रखे जाएंगे।
पंजाब खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी के उपकुलपति डा. बलदेव सिंह ढिल्लो ने कहा कि पंजाब में अन्य इंकालब के बाद धान के तहत रकबा बड़ा है जो धरती के नीचले पानी स्तर के लगातार गिरने का मुख्य कारण बना। उन्होंने कहा कि सूबे में मुख्य फसल के बदलने की कोई ठोस नीति नहीं है परंतु पीएयू की और से इस दिशा में लगातार तकनीकी यत्न जारी है। उन्होंने पंजाब भर के किसानों को अपील की कि वह यूनिवर्सिटी के विज्ञानिकों की सिफारिश मुताबिक खेती करने को पहल दें ना कि आप अपने ढंग से इस्तेमाल कर आपने आप को आर्थिक संकट में डाल लें।
– रीना अरोड़ा