गुरदासपुर जिले के बटाला स्थित पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट के बाद गुरुवार को भी राहत एवं बचाव कार्य जारी है। बुधवार को हुए विस्फोट में 23 लोगों की मौत हो गई जबकि 27 अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम मलबे में खोज कर रही है ताकि वहां फंसे किसी भी व्यक्ति को बचाया जा सके।
घटना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हृदय विदारक बताते हुए उसमें घायल हुए लोगों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने PM मोदी के हवाले से ट्वीट किया है, ‘‘पंजाब की पटाखा फैक्टरी में हुई दुर्घटना हृदय विदारक है। इससे बहुत दुखी हूं। मृतकों के परिजन के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
The tragedy at a firecracker factory in Punjab is heart-wrenching. Deeply anguished due to it. My condolences to the families of those who lost their lives. I hope the injured recover at the earliest. Agencies are working on rescue operations at the site of the tragedy: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 5, 2019
गुरदासपुर जिले के बटाला में जालंधर रोड पर स्थित इस पटाखा फैक्टरी में बुधवार शाम करीब चार बजे विस्फोट हुआ। दुर्घटना में 23 लोगों की मौत हुई है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि विस्फोट से आसपास के मकानों को काफी नुकसान पहंचा, कुछ की छत भी गिर गई।
विस्फोट की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट में फैक्टरी के कर्मचारी, फैक्टरी मालिक के परिजन और राहगीर मारे गए हैं। गंभीर रूप से घायल सात लोगों को अमृतसर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन को सौंप दिया जाएगा।
इस बीच सदर अस्पताल में कुछ पीड़ित परिवारों ने बार-बार अनुरोध के बावजूद पटाखा फैक्टरी बंद नहीं करवाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की। गौरतलब है कि इसी फैक्टरी में 2017 में भी विस्फोट हुआ था जिसके बाद स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में शिकायत देकर इसे बंद करने का अनुरोध किया था। लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
बटाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ओपिन्दरजीत सिंह ने बताया कि जांच के बाद ही विस्फोट के सही कारण का पता लग सकेगा। अधिकारियों ने बताया कि जल्दी ही चंडीगढ़ से एक फॉरेंसिक टीम नमूने लेने के लिए यहां पहुंचेगी। पंजाब सरकार पहले ही मामले की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दे चुकी है।