लुधियाना : पूर्व कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे व गत विधानसभा चुनाव में अकाली दल में शामिल होने वाले मलकीत सिंह बीरमी ने अकाली दल की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस संबंधी बातचीत में पूर्व मंत्री बीरमी ने बताया कि उन्होंने अपना इस्तीफा शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को भेजा है।
जिसमें उनके द्वारा इस्तीफे का कारण अकाली दल का नाम श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामलों में आने के कारण बताया है। बीरमी ने इस्तीफे में लिखा है कि बेहद ही दुख के साथ वह इस्तीफा भेज रहे कि पार्टी का नाम, जिसके सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल है, जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट में बरगाड़ी कांड में सामने आया है।
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जिसके बाद से वह बेहद रेस्टलेस हो गए है और पार्टी के साथ आगे जुड़े रहने में असमर्थ है। इसलिए वह तुरंत प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते है। मालूम रहे कि बीरमी लुधियाना से संबंधित कांग्रेस के पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री रहे है तथा टिकट न मिलने के कारण कांग्रेस छोडक़र अकाली दल में शामिल हो गए थे।
लेकिन पिछले लंबे समय में अकाली दल में भी उनकी गतिविधियां शून्य थी। अब एकाएक संवदेनशील एवं पंथक मुद्दे पर उनके इस्तीफे ने उनको एक बार फिर से चर्चा में ला दिया है।