चंडीगढ़: पंजाब में आर्थिक तंगी व कर्जे के बोझ के कारण आत्म हत्याएं कर रहे किसानों और खेत मजदूरों के बारे में आम आदमी पार्टी ने कहा कि कांग्रेस की कैप्टन सरकार किसानों के साथ किया चुनावी वायदा तुरंत पूरा करे नहीं तो फि र तीखे संघर्ष का सामना करने के लिए तैयार रहे। ‘आप’ ने किसानों के साथ साथ खेत मजदूरों के कर्जे माफी का भी मुद्दा उठाया। आम आदमी पार्टी के सांसद और पंजाब के नवनियुक्त अध्यक्ष भगवंत मान ने शुक्रवार को मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि कैप्टन सरकार के 56 दिनों के कार्यकाल के दौरान पंजाब में 40 किसान आत्महत्याएं कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी अफसोस जनक घटनाओं के लिए कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कैप्टन अमरिन्दर सिंह को याद करवाया कि सरकार बनी को 2 माह हो गए हैं, परंतु किसानों के कर्जे माफी बारे कोई कदम नहीं उठाया गया।
जबकि चुनाव के मौके पर कांग्रेस की तरफ से दीवारों पर लिखवाए गए कर्जे माफी के वायदे अब किसानों को ठगा ठगा महसूस करवाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में सिर्फ सरकार बदली है पर किसानों की किस्मत नहीं बदली। भगवंत मान ने कहा कि बादल सरकार की तरफ से पंजाब पर चढ़े कर्जे का हवाला देकर कैप्टन सरकार अब किसानों के साथ कर्ज माफी का वायदा पूरा करने से भाग नहीं सकती, क्योंकि जिस समय वायदे करके किसानों को भरमाया जा रहा था, उस समय भी पंजाब की वित्तीय हालत ऐसी ही थी और पंजाब के वित्तीय संकट के बारे में सबको पता था। मान ने कैप्टन सरकार को 2 हफ्तों की मोहलत देते हुए कहा कि यदि कैप्टन सरकार ने आती 30 मई तक किसानों के कर्जे माफ नहीं किए तो आम आदमी पार्टी किसानों के हक में संघर्ष शुरु करेगी।
(अनूप कुमार)