लुधियाना : पंजाब की आर्थिक राजधानी के नाम से विख्यात लुधियाना के इंडस्ट्री एरिया में सोमवार की सुबह 8 बजे के करीब एक बहुमंजिला प्लास्टिक फैक्ट्री में भयंकर आग लग गई, जिसके बचाव कार्य के दौरान ध्वस्त हुई गिरी बिल्डिंग से 4 लोगों के मरने की सूचना है जबकि समाचार लिखे जाने तक एनडीआरएफ की राहत कार्य वाली टीम ने 2 लोगों को 8 घंटे बाद जिंदा बचाकर अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। मृतकों में 3 फायर कर्मी बताएं जा रहे है जबकि 30 से 35 लोग गर्म मलबे में दब गए है। दबे हुए मलबे में फैक्ट्री से संबंधित लोग, फायर कर्मी और बचाव कार्य में जुटे लोग बताए जा रहे है।
हालाकि मरने वालों के बारे में अधिकारिक तौर पर प्रशासन पुष्टि नहीं कर रहा किंतु निकाली गई लाशों में एक की पहचान लुधियाना स्थित पंजाब टैक्सी यूनियन के प्रधान इंद्रपाल सिंह पाल (60) निवासी पखोवाल रोड स्थित रोज एंक्लेव के रूप के तौर पर हुई। जबकि 3 अन्य लोगों के शव भी सिविल अस्पताल में पहुंचाए गए है। मृतकों में 3 की पहचान फायर कर्मियों के रूप में हुई है, जिनमें शुभूवन गिल, पूरन सिंह और राजन के रूप में हुई है और 2 घायलों में रोहित व अन्य इलाज के लिए सीएमसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। यह भी पता चला है कि फायर कर्मी अधिकारी राजिंद्र शर्मा और वालमिकी समाज से जुड़े नगरनिगम अधिकारी लक्ष्मण द्रविड़ के भी मलबे में फंसे होने की आशंका है। जबकि मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल लाया गया है। घटना के बाद यह भी मालूम हुआ है कि बिल्डिंग जमींदोज होने के उपरांत मलबा 10 से 12 फुट ऊपर उठ चुका है और नीचे मानवीय ङ्क्षजदगीयां मौत से संघर्ष करने को मजबूर है। रात का अंधेरा होने के कारण बचाव कार्य में काफी दिक्कते आ रही है। हालांकि प्रशासन ने अपने स्तर पर बचाव कार्य को सुचारू रूप से चलाने की खातिर जरनेटरों के द्वारा रोशनी का प्रबंध किया है।
जानकारी के मुताबिक सुफिया बाग चौक में स्थित इस प्लास्टिक फैक्ट्री अमन सन्ज़ में लिफाफे बनाने का कार्य होता है। आग लगने के कारणों का स्पष्ट पता तो बाद में ही चल पाएंगा किंतु फैक्ट्री के प्रबंधकों के अनुसार प्रथम दृष्टि में इस घटना का कारण बिजली का शार्ट सर्कट बताया जा रहा है। गनीमत यह रहा कि सुबह 8 बजे सर्दी होने के कारण फैक्ट्री कर्मचारी अभी कार्य के लिए पहुंचे नहीं थे वरना नुकसान अधिक हो जाता।
मौके पर पहुंचे लुधियाना के जिलाधीश प्रदीप अग्रवाल व पुलिस कमिश्नर आरएन ढोके ने बताया कि मौके पर एनडीआरएफ व बीएसएफ और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ, बीएसएफ व जालंधर से पीएपी (पंजाब आर्म्ड फोर्स) की टीमें पहुंच चुकी हैं। आर्मी भी मौके पर आकर बचाव कार्य को अंजाम पर ले जाने के लिए डटी हुई है। मौके पर तत्काल पांच जेसीबी मशीनों और क्रेने को बुलाया गया। खबर लिखे जाने तक पूरी इमारत में ध्वस्त हुए मलबे में आग सुलग रही है, भयंकर मंजर में धुआं और गर्माहट के बीच राहत कार्यो में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार आज सुफीया चौक की इस फैक्टरी में आग लगने के 4 घंटे बाद पूरी 5 मंजिला बिल्डिंग उस वक्त धवस्त हो गई जब फायर कर्मी व अन्य लोग बचाव कार्य में जुटे हुए थे। सूत्रों के अनुासर इसके चलते गिरी इमारत में दर्जन से अधिक फायर कर्मी व आम लोग फंसने की आशंका है। जिससे मौके पर हाहाकार मच गया। बाहर खड़े फायर कर्मी अपने साथी कमियों को बचाने की कोशिशों में जुट गए है तथा आस पास के लोग भी उनका साथ दे रहे है। मौके पर राहत कार्य के दौरान एक व्यक्ति को घायल हालत में निकाला गया है तथा उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया है। फिलहाल बचाव कार्य के दौरान विभिन्न अस्पतालों की एम्बुलेंस और डाक्टरों की कई टीमें जिला प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में राहत कार्य में जुटी हुई है।
– सुनीलराय कामरेड