पंजाब के संगरूर जिला पुलिस ने शनिवार को एक अंतरराज्यीय हथियार आपूर्ति गिरोह का पर्दाफाश करने का दावा किया और इस संबंध में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। संगरूर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) स्वप्न शर्मा ने कहा कि आरोपियों के पास से दो देसी तमंचे और कारतूस बरामद किये गए हैं।
आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी पवन कुमार और पंजाब के मुक्तसर के रहने वाले कुलविंदर सिंह के रूप में की गई है। एसएसपी ने कहा कि संगरूर जिले और आसपास के इलाकों में अवैध हथियारों की बढ़ती हुई घटनाओं के बाद पुलिस उपाधीक्षक योगेश कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया गया था। शर्मा ने कहा कि एसआईटी ने एक महीने चली जांच के बाद इस अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया।
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उन्होंने कहा कि पवन कथित तौर पर अमृतसर और तरन तारन जिले में हथियारों की आपूर्ति करता था। संगरूर जिले के एसएसपी ने कहा कि आरोपी किसी अन्य व्यक्ति के लिए काम करता था जो अलीगढ़ का निवासी है और सेना में काम कर चुका है।
यहां जारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार शर्मा ने कहा कि पवन मध्य प्रदेश के बाहर स्थित एक अवैध हथियार निर्माता के संपर्क में था और वह कई माध्यमों से राज्य में असामाजिक तत्वों को देसी हथियार पहुंचाता था। उन्होंने कहा कि पिछले मामलों में हुई जांच में भी देसी हथियारों के मध्य प्रदेश में निर्मित होने का पता चला।
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इस बीच रूपनगर जिला पुलिस की ओर से चलाये गए एक विशेष अभियान में एक अंतरराज्यीय हथियार व्यापार गिरोह का पता चला और इस संबंध में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। रूपनगर के एसएसपी विवेकशील सोनी ने बताया कि आरोपियों के पास से पांच देसी पिस्तौल बरामद हुई है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने मध्य प्रदेश के बलवारी से 20 हजार रुपये प्रति पिस्तौल की दर से हथियार खरीदे थे और वे ऐसे 25 हथियार बेच चुके हैं।