लुधियाना-अमृतसर : सिख संगठनों ने आज गुरू की नगरी के प्रसिद्ध भंडारी पुल पर 3 साल पहले फरीदकोट स्थित बरगाड़ी में घटित कांड और श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों की बेअदबी के इंसाफ की मांग को लेकर अचानक धरना प्रदर्शन किया, जिसमें सैकड़ों की संखया में सिख युवक शामिल हुए। प्रदर्शनकारी जस्टिस रंजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट सार्वजनिक करने, बरगाड़ी में गुरू ग्रंथ साहिब जी की हुई बेअदबी के दोषियों को गिरफतार करने और बहिबल कलां में पुलिस की गोली से मारे गए नौजवानों को इसाफ दिलवाने के लिए जिम्मेदार पुलिस मुलाजिमों के खिलाफ कत्ल का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे।
इस प्रदर्शन में अकाल पुरूख की फौज, पंथक तलमेल दल और जत्था सिर लत्थ खालसा के सदस्य बडी संख्या में शामिल थे। दर्शनकारियों ने अपने हाथों में बरगाडी कांड व श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दोषियों को सजांए देने की मांग कारते बैनर व तख्तियां उठाई हुई थी।
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दर्शनकारियों ने भंडारी पुल पर प्रदर्शन करने के बाद हाल गेट तक रोष मार्च भी निकाला । नेशनल पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) की राज्य कार्यकारिणी ने मांग की है कि पंजाब सरकार बरगाड़ी कांड के मुख्य दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करे। इस कांड में साथ साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की अन्य घटनाओं के दोषियों को भी सख्त सजाएं दी जाएं।
एनपीएफ के अध्यक्ष एडवोकेट गगनदीप भाटिया और महासचिव राजविंदर राजा ने कहा कि बेअदबी की घटनाओं और बरगाडी कांड की जांच के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार की ओर से विधान सभा चुनावों से पहले एलान किया था कि बरगाडी कांड समेत राज्य में हुई श्री गुरु ग्रंथ की बेअदबी की घटनाओं की जांच करवाई जाएगी।
कैप्टन सरकार की ओर से इन मामलों को लेकर जस्टिस रंजीत सिंह कमिशन का गठन किया गया। पहले तो सरकार के इस कमिशन की ओर से जो जांच की गई उस में निर्धारित से अधिक समय लगा दिया गया। जब कमिशन की ओर से जांच का काम मुकम्मल करके रिपोर्ट को पंजाब के मुख्यमंत्री के पास सौंप दिया है। परंतु पंजाब सरकार अब इस को सर्वजनक नहीं कर रही है। कैप्टन सरकार को अपने वायदे के अनुसार इस रिपोर्ट को सर्वजनक करना चाहिए और इस रिपोर्ट में जो भी लोग आरोपी है उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाए।
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उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नही करती और इस रिपोर्ट में सापने आए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती तो इस से स्पष्ट हो रहा है कि कैप्टन सरकार की ओर से बेअदबी मामले के आरोपियों और बरगाडी कांड के दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। आज सारा पंजाब मांग कर रहा है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार को इस मामले में किसी भी तरह की ढुलमुल नीति नहीं अपनानी चाहिए।
उधर सरबत खालसा के जत्थेदारों द्वारा बरगाड़ी में चल रहे इंसाफ मोर्चा के धरने में विवाद पैदा होने पर खुफिया एजेंसियां चौकस है। जत्थेदारों को विदेशी फंडिंग के बारे में विवाद खड़ा होने पर अलर्ट जारी किया गया है और धरने में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है।
– सुनीलराय कामरेड