लुधियाना- मोगा : जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सेक्टर सुंदरबनी स्थित कैरी बॅतल इलाके में आज कंट्रोल रेखा के नजदीक पड़ोसी मुलक पाकिस्तान की घिनौनी हरकत के दौरान हुई गोलीबारी में शहीद हुए जवान कर्मजीत सिंह सुपुत्र अवतार सिंह जिला मोगा में कोट ईसेखां के नजदीक गांव जनेर से संबंधित था। उसकी शहादत की खबर सुनते ही जिला मोगा में एक बार फिर माहौल गमगीन हो गया।
स्मरण रहे कि पुलवामा में हुए फिदाइन हमले के दौरान मोगा के ही गांव गलोटी खुर्द के रहने वाले सीआरपीएफ के जवान जेमल सिंह शहीद हो गए थे। तत्पश्चात अब इसी गांव के नजदीक गांव जनेर के जवान की शहादत की खबर आते ही एक बार फिर आसपास के दर्जनों गांवों में दुबारा शोक व्याप्त है। शहीद के तमाम रिश्तेदार और यारदोस्त उसके परिवारिक सदस्यों के साथ संवेदनाएं प्रकट करने आ रहे है।
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प्राप्त जानकारी के मुताबिक कर्मजीत सिंह की 16 मार्च की छुट्टी मंजूर हुई थी, लेकिन सीमा पर तनाव का माहौल देखते हुए छुट्टी रदद हो गई थी। गांव के 25 वर्षीय नौजवान के शहीद हो जाने की सूचना मिलने के बाद ग्रामीण कर्मजीत सिंह के घर के आसपास एकत्र होने शुुरू हो गए हैं। हालांकि शहीद की मां कुलवंत कौर को बेटे के शहीद होने की जानकारी अभी परिजनों ने नहीं दी है। घर में एकत्र लोगों से जब मां ने पूछा तो किसी ने कुछ नहीं बताया। इसके बाद मां बेहोश हो गई। पिता अवतार सिंह व ताया रिटायर्ड सूबेदार दरबारा सिंह ने बताया कि कर्मजीत सिंह सेना में सिपाही के पद पर 2015 में भर्ती हुआ था। होली पर उसे घर आना था। इसके लिए 16 मार्च की छुट्टी मंजूर हो गई थी, लेकिन सीमा पर तनाव के हालातों को देखते हुए छुट्टी रद कर दी गई थी।
शहीद के पिता अवतार सिंह ने बताया कि जनेर का एक अन्य जवान गुरतेजपाल सिंह भी कर्मजीत सिंह के साथ ही राजौरी सेक्टर में तैनात है, उसी ने सोमवार सुबह लगभग साढ़े दस बजे शहीद के पिता अवतार सिंह को फोन के माध्यम से कर्मजीत सिंह की शहीद होने की सूचना दी थी। बाद में जब सूचना ग्रामीणों को पता चली तो लोग उनके घर पर एकत्रित होना शुरू हो गए थे।
– सुनीलराय कामरेड