दिल्ली के सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल इन दिनों पंजाब में पार्टी को जिताने के लिए पूरा जोर लगाते हुए दिख रहे हैं। बीते कुछ दिन पहले केजरीवाल ने ऐलान किया था। कि दिल्ली के सरकारी विभागों में भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर लगेगी। उन्होंने कहा कि हम नेताओं और मुख्यमंत्रियों की तस्वीरें नहीं लगाएंगे। बता दें कि केजरीवाल का यह ऐलान पंजाब विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
जिसके बाद आज आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अमृतसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। और पंजाबियों को लुभाने के लिए घोषणा की है कि कहा अगर पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो राज्य के हर सरकारी दफ्तर में शहीद-ए-आजम भगत सिंह की तस्वीर लगाई जाएगी। केजरीवाल ने आज एक बार फिर कहा कि किसी को जबर्दस्ती धर्म परिवर्तन कराना गलत है।
आप के सीएम कैंडिडेट भगवंत मान के साथ अमृतसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केजरीवाल ने कहा, आज आजादी के 75 साल हो गए। लंबे संघर्ष के बाद हमें आजादी मिली थी, बहुत लोगों ने कुर्बानी दी थी, किसी को कम नहीं आंक सकते।’ केजरीवाल ने आगे कहा, ‘लेकिन फिर भी जितने लोगों ने कुर्बानी दी उन्हें देखे तो दो शख्सियत ऐसी नजर आती हैं तो पूरे आंदोलन को रिप्रेजेंट करती हैं- बाबा साहेब और शहीद भगत सिंह।’
‘बाबा साहेब के हम भक्त हैं’
केजरीवाल ने कहा, ‘बाबा साहेब के हम फैन नहीं भक्त हैं। हम उन्हें पूजते हैं। आइंस्टीन ने महात्मा गांधी के लिए कहा था कि आने वाली पीढ़िया यकीन नहीं करेंगी कि ऐसा हाड़ मांस वाला शख्स था धरती पर। वो बात मैं बाबा साहेब आंबेडकर के लिए कहना चाहता हूं।’
‘आंबेडकर और भगत सिंह की मंजिल एक थी’
अमृतसर में केजरीवाल बोले, बाबा साहेब आंबेडकर महार जाति से आते थे, अछूत माने जाते थे, बेहद गरीब परिवार से थे। स्कूल में उन्हें क्लास से बाहर बैठा दिया जाता था। उनके घर में खाने को नहीं था, वहां से निकलकर वह शख्स लंदन और अमेरिका से पीएचडी की डिग्री लेकर आता है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘उनके और भगत सिंह के रास्ते अलग थे लेकिन मंजिल एक ही थी। वे चाहते थे कि आजादी मिलने के बाद सबको अच्छी शिक्षा मिले, सबको बराबरी का हक मिले, जात-पात का भेदभाव न हो।’
पंजाब में केजरीवाल का वादा
दिल्ली के सीएम ने ऐलान किया, ‘पंजाब में हमारी सरकार बनने के बाद पंजाब सरकार के किसी भी दफ्तर में मुख्यमंत्री या किसी भी नेता की तस्वीर नहीं लगाई जाएगी, दफ्तरों में सिर्फ बाबा साहेब आंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीर लगाई जाएगी।’