लुधियाना-कोटकपूरा : नाभा जेल में शनिवार को बरगाड़ी बेअदबी मामले के मुख्य आरोपित डेरा प्रेमी महिंद्रपाल सिंह ‘बिटटू’ का देर शाम इलाके में तनाव के बीच अद्र्धसैनिक बलों की टुकडिय़ों और भारी पुलिसिया बंदोबस्त के चलते प्रशासन के सहयोग के साथ आज कोटकपूरा के शमशान घाट में धार्मिक रिति-रिवाजों के मुताबिक अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इस दौरान हजारों की संख्या में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान समेत कई इलाकों से आएं डेरा प्रेमियों और ‘बिटटू’ के परिवारिक सदस्यों व वारिसों की मोजूदगी में मृतक के बेटे अरमिंद्र मनचंदा व अन्य ने चिता को मुखागिन भेंट की। हजारों की संख्या में मोजूद डेरा संगत विशेषकर नौजवानों ने ‘बिटटू’ तेरी सोच पर- पेहरा देंगे ठोक कर और जब तक सूरज चांद रहेंगा ‘बिटटू’ तेरा नाम रहेंगा के नारों के बीच अंतिम विदाई दी। इस दौरान ‘बिटटू’ के पारिवारिक सदस्य बेटी अमन समेत धर्मपत्नी और अन्य परिजन शव के पास विलाप करते दिखे।
अंतिम संस्कार से पहले मृतक के पारिवारिक सदस्य और सच्चा सौदा सिरसा की 45 सदस्यीय कमेटी के कई वरिष्ठ सदस्य अपनी मांगे ना माने जाने तक संस्कार ना करने के लिए अड़े हुए थे किंतु प्रशासन और डेरा प्रेमियों की बनी कमेटी में अचानक तेजी से बदलाव हुआ, जिसके बाद डेरा प्रेमी अंतिम संस्कार के लिए,राजी हो गए। डेरा प्रेमियों की प्रमुख मांग थी कि दोषियों द्वारा महिंद्रपाल ‘बिटटू’ को कत्ल किए जाने का कारण स्पष्ट किया जाएं और इसके साथ ही उन्होंने मांग रखी थी कि डेरा प्रेमियों पर लगे श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के बेअदबी के समस्त दोषों को रदद किया जाएं। इसी संबंध में प्रशासन ने उन्हें कहा कि वे मैमरेंडम दे दे और उन्हें आगे सरकार को भेज दिया जाएंगा।
अंतिम संस्कार से पहले पुलिस ने सुरक्षा प्रबंध मजबूत करते हुए पंजाब के हैड कवाटर डेरा सलाबतपुरा समेत पंजाब पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबलों के जवानों को तैनात कर दिया था। जबकि कोटकपूरा समेत मालवा के समस्त इलाकों में शहर और ग्रामीण कस्बों में लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाए जाने के लिए पुलिस द्वारा फलैग मार्च निकाला गया। कोटकपूरा के नामचर्चा घर में पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से डेरा प्रेमी बिटटू को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच रहे थे। फिरोजपुर रेंज के आइजी मुखविंद्र सिंह छीना और एसएसपी राजबच्चन सिंह संधू की निगरानी में पूरे हालात पर निगरानी रखी जा रही थी। इस दौरान रेपिड एक्शन फोर्स के 200 जवानों ने पुलिस बल के साथ मोर्चा संभाला हुआ था।
– सुनीलराय कामरेड