लुधियाना- जालंधर : लोकसभा चुनावों के दौरान अखबारों समेत इलेक्ट्रानिक मीडिया में सुर्खियां बटोरने वाले जालंधर के आजाद प्रत्याशी नीटू शटरावाले की बेटी 9 वर्षीय बेटी की सडक़ हादसे में उस वक्त मौत हो गई, जब वह स्कूल से पढ़ाई खत्म कर वापिस घर लौट रही थी। नीटू और उसके परिवारिक सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। मुसीबत का पहाड़ टूटने की खबर के बीच बिलखते हुए रूदन गले से नीटू ने बताया कि अकसर वह अपनी मासूम बेटी को रोजमर्रा की जिदंगी से जुड़े घर के घरेलू काम सीखने की नसीहत देते हुए स्कूल जाने से रोकता था।
घटना के दिन उसने बारिश होने का बहाना बनाकर साक्षी को स्कूल जाने से रोकने की चेष्टा की किंतु चौथी कक्षा में पढऩे वाली उसकी लाडली बेटी पढ़ाई का मोह ना छोड़ पाई और पिता की सुबह-सवेरे आंख लगते ही चुपचाप अपनी मां को इशारा करके स्कूल के लिए निकल गई। स्कूल जाने से पहले साक्षी ने घर के समस्त कार्यो में अपनी मां का हाथ बंटाया था और फिर नहा-धोकर अपने छोटे भाई महादेव के गालों पर वात्साल्य भरा चुम्बन लेकर जल्द मिलने का आश्वासन देकर गई थी। बाप ने अपने दर्द को बयान करते भीगी पलकों को पोछते कहा कि उसे क्या पता था कि वह अब अपनी बेटी की सूरत को कभी भी नहीं देख पाएंगा।
सफेद कफन में लिपटी साक्षी की मृत देह की तरफ इशारा करते नीटू ने बिलखते हुए कहा कि बेटी की मौत की खबर सुनते ही सैकड़ों लोगों के जिनमें न्यायधीशों से लेकर प्रतिष्ठित वकीलों, सरमायदारों और समाज सेवकों के सैकड़ों फोन ढांढस बांधने और इंसाफ प्राप्ति के लिए आ चुके है, किंतु नीटू की एक ही मांग है कि उसकी बेटी की अचानक हुई मृत्यु पर दिलासा देते इंसाफ मिलने के आश्वासन दिए है। नीटू ने यह भी कहा कि उसे ना तो थ्री व्हीलर चालक के प्रति कोई दुश्मनी है और ना ही उस कार चालक के प्रति जिसकी चपेट में आकर उसकी बेटी साक्षी की मौत हुई है, किंतु वह स्वयं चाहता है कि कोई ऐसा कानून बने जिससे किसी भी मां-बाप की संतान सडक़ हादसों में ना छिनी जा सकें।
स्मरण रहे कि मासाूम साक्षी की दोपहर 2 बजे के करीब स्कूल वापिसी के देवी तालाब के सामने सडक़ हादसे में मौत हो गई। यह भी पता चला कि आटो चालक की आंख लगने और अचानक ब्रेक लगने से साक्षी आटो से उछलकर दाएं हाथ बाहर सडक़ पर गिर पड़ी और तेजी से अन्य कार के नीचे आने से मौत हो गई। फिलहाल पुलिस ने आटो चालक को हिरासत में ले लिया है और साक्षी की मृत देह को सिविल अस्पताल पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है।
– सुनीलराय कामरेड