लुधियाना: सीएम पंजाब द्वारा पडोसी राज्य हरियाणा समेत विशेषकर पंचकूला में चार दिन पूर्व सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को साध्वी यौन शोषण के मामले में अपराधी करार दिए जाने के बाद भडकी हिंसा में अनमोल 34 जानें व सरकारी व गैर सरकारी संपत्ति के स्वाह होने के मद्देनजर सोमवार को भी पंजाब के संवेदनशील इलाकों में पुन: घोषित कर्फयू लगाने की एहितियात के तौर पर तैयारी कर ली गई है। हालांकि आज पंजाब के मुख्यमंत्री मालवा क्षेत्र बठिण्डा, श्री मुक्तसर साहिब व अन्य स्थानों पर घटित घटनाओं के मध्यनजर जायजा लेने के बाद दोपहर मलौट पहुंचे तो वहां कुछ समय रूकने उपरांत अगले पड़ाव के लिए निकल गए। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि पंजाब में अमन-शांति कायम रखने हेतु सरकार वचनबद्ध है और कानून व्यवस्था को भंग करने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएंगा।
अमरेंद्र सिंह ने यह भी साफ कर दिया है कि सूबे में बदले हालात के मद्देनजर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर पूर्ण रूप से पाबंदी रखी जाएगी और पंजाब में सभी सरकारी और गैर सरकारी व शिक्षण संस्थान 28 अगस्त तक बंद रहेंगे। सूत्रों के अनुसार सीएम के इन आदेशों के बाद डेरा प्रेमियों के कई नेताओं को एहितियात के तौर पर पहले से ही हिरासत में ले लिया गया है। जबकि अधिकांश लोग भूमिगत हो चुके है। प्रशासनिक अधिकारियों ने डेरा की सौ मैंबरी प्रमुख कमेटी पंजाब के 19 लोगों को हिरासत में लिये पुष्टि की है। उधर, सोमवार को एक बार फिर सीबीआई के जांबांज न्यायधीश द्वारा राम रहीम को बलात्कारी घोषित किये जाने के बाद भडकी हिंसा के मद्देनजर नुकसान को देखते हुए कोई कड ा एतिहासिक फैसला लिया जा सकता है।
– सुनीलराय कामरेड