लुधियाना : पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने आज दोपहर मुहल्ला पीरूबंदा स्थित सलीम टाबरी में उस स्थान का उच्च पुलिस अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया, जहां शनिवार की देर रात पास्टर की गोली मारकर उस वक्त हत्या कर दी थी, जब वह मोबाइल सुनते-सुनते चर्च से बाहर आए थे। इस अवसर पर डीजीपी ने मृतक के पारिवारिक सदस्यों के साथ जहां व्यक्तिगत दुख प्रकट किया वही उन्होंने कातिलों को जल्द गिरफतार करने का भरोसा भी दिया।
डीजीपी सुरेश अरोडा ने कहा है कि पादरी हत्याकांड में पुलिस द्वारा गठित किए गए विशेष जांच दल के हाथ कुछ अहम सबूत हाथ लगे है तथा पुलिस पूछताछ के लिए कुछ लोगो को भी हिरासत में लिया है तथा उममीद है कि जल्द ही इस मामले को हल कर लिया जाएगा।
हत्याकांड के पीछे आतंकी कनेक्शन होने बारे पूछने पर डीजीपी ने कहा कि जब तक वे इस बारे में कुछ साबित नहीं करते, वह इस बात से इंकार नहीं कर सकते है। पुलिस फिलहाल यह मानकर चल रही है कि पूर्व में हुए हत्याकांडों के साथ इसका लिंक हो सकता है तथा इस मामले में पूर्व केसों में सीबीआई द्वारा जांच करने के चलते पंजाब पुलिस ने इसमें जांच के बारे में सीबीआई के साथ भी जानकारियां सांझी की है। इस बारे में कल ही डीजी इंटेलीजेंस ने सीबीआई के अधिकारियों संग मीटिंग भी की है तथा जैसे ही कुछ पुष्ट अहम चीज हाथ लगेगी, जरूर बताई जाएगी।
डीजीपी ने कहा कि हमारा पडोसी देश पाकिस्तान पहले भी भारत विशेष पंजाब में माहौल खराब करने के लिए समय-समय पर हरकतें करता रहा है लेकिन यह बेहद संतोष की बात है कि पंजाब के लोग उनकी चालों को समझ चुके है तथा शांति एवं सौहार्द में विश्वास रखते है। उन्होंन इस हत्याकांड के पीछे किसी गैंगस्टर या निजी रंजिश के पहलू से इंकार किया।
उन्होंने कहा कि परिवार के एक सदस्य को कांस्टेबल की नौकरी के लिए पूर्व घोषणा अनुसार नियुक्ति पत्र आज दे दिया गया है तथा जैसे ही बेटा शिक्षा पूरी करेगा, उसे नौकरी मिल जाएगी। इस मौके पर पुलिस कमिश्नर आरएन ढोके, डीसीपी ध्रूमण निंबले व अन्य पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे। इस मौके डीजीपी ने घटना स्थल का भी जायजा लिया। इससे पहले डीजीपी ने परिवार के साथ बंद कमरे में बातचीत की। इस मौके पर पुलिस के कडे सुरक्षा बंदोबस्त किये हुए थे।
- सुनीलराय कामरेड