लुधियाना : नागरिकता संशोधन कानून, एन.आर.सी और एन.पी.आर के विरोध में आज सुबह-सवेरे बाल्मीकि भाईचारे और एससी व ओबीसी संबंधित समूहों भाईचारे के सैकड़ों लोगों ने अमृतसर,दिल्ली रेलमार्ग पर पड़ते मुख्य फाटक पर रोष प्रदर्शन करके केंद्र सरकार के विरूद्ध खूब नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस ने भारी सुरक्षा बंदोबस्त किया हुआ था। धरनाधारियों ने अमृतसर से दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस टे्रन को लगभग अढ़ाई घंटे तक रोके रखा और बाद में पुलिस के उच्च अधिकारियों को मांग पत्र देने के बाद धरना समाप्त किया गया।
उधर केंद्र सरकार की तरफ से नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर की कॉल पर बुलाए गए भारत बंद का असर पंजाब के कई हिस्सों में देखने को मिला है। प्रदर्शनकारियों ने जहां अमृतसर में रेलवे ट्रेक को जाम कर दिया है, वहीं जालंधर में रेल और सडक़ यातायात ठप किया गया है। इस दौरान गांव डल्ला के सरपंच अपनी बीमार मां को लेकर अस्पताल जा रहे थे। गाड़ी के काफी देर तक जाम में फंसे रहने के चलते उनकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। इसके अलावा भी आम लोगों को भारी परेशानी का सामाना करना पड़ा।सूबे के कई रेलवे स्टेशनों पर मसलन लुधियाना, जालंधर व फगवाड़ा में यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली।
रविवार को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जालंधर के किशनगढ़ चौक पर धरना दिया। धरने में किशनगढ़, अलावलपुर और कई गांव के नौजवानों ने भाग लिया। इसके कारण जालंधर से पठानकोट, पठानकोट से जालंधर किशनगढ़ से आदमपुर और किशनगढ़ से करतारपुर जाने वाली सडक़ों में गाडय़िों की लंबी लाइनें लग गई। जाम के कारण लोगों को को परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार सीएए को वापस ले अन्यथा जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार देश में विभाजनकारी फैसले ले रही है, जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों की मानें तो देश एनआरसी और एनपीआर को लागू करने से सदभाव को खतरा पैदा हो सकता है।
-सुनीलराय कामरेड