लुधियाना : लुधियाना के शाहीन बाग में नए नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। आंदोलन के 36वें दिन जस्सियां जनकपुरू से प्रधान मुहम्मद हाबिल, मुहम्मद युसुफ, दिलजान, मुहम्मद तनवीर, हाफिज़ मुहम्मद मुस्लिम, अजहर अली, मौलाना महमूद उल हसन, कारी जाबिर, शकील की अध्यक्षता में बड़ी संख्या में महिलाओं का काफिला पहुंचा।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए फिरदौस खातून ने कहा कि देशभर में सर्वधर्म के लोगों ने सरकार को यह बता दिया है कि संविधान के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फिरदौस ने कहा की हम सब भारतीय हैं और भारत सभी धर्मों के लिए बराबर का दर्जा रखता है, इसके सम्मान और संविधान के साथ प्रत्येक भारतीय को अपनी जान से ज्यादा प्यार है।
इस प्रदर्शन के दौरान ईसाई धर्म के पास्टर जोगिंदर सिंह मसीह ने कहा कि केंद्र सरकार ने सीएए कानून बनाकर एक गलत कदम उठाया हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी कानून उस वक्त तक मान्य नहीं हो सकता जब तक वह देश के संविधान के अनुसार न हो। पास्टर जोगिंदर ने कहा कि संविधान का सम्मान करना हर एक चुनी हुई सरकार के लिए जरूरी है, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार धर्म और जात-पात की राजनीति को छोडक़र देश के विकास और बेरोजगारों की समस्या हल करने की तरफ ध्यान दें तो ज्यादा अच्छा होगा।
- रीना अरोड़ा