लुधियाना- सुनाम : पंजाब के शहीद उद्यम सिंह के नाम से विख्यात इलाके सुनाम स्थित भगवान पुरा में खबर लिखे जाने तक लगभग 50 घंटे से भी अधिक वक्त गुजर जाने के बावजूद 150 फुट गहरे बोर के खडड में गिरे 2 वर्षीय फतेहवीर सिंह को बचाने के लिए राहत कार्य सेना की मदद से पूरे जोरो पर चल रहे है।
लेकिन अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी। ऐसी असमंजस की स्थिति के कारण फतेहवीर के माता-पिता समेत तमाम रिश्तेदारों के चेहरों पर ङ्क्षचंता पलपल बढ़ती ही जा रही है। घटना स्थल पर पहुंचे आसपास के दर्जनों लोगों ने राहत कार्य में जुटे प्रशासनिक अधिकारियों की सूझ पर खुसर-फुसर होने लगी है। चाहे लोगों द्वारा प्रशासन को हर स्तर पर पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है कि किंतु बचाव कार्यो के बार-बार बदले जा रहे ढंग-तरीकों पर सवाल खड़े किए जा रहे है।
ताजा जानकारी के मुताबिक पाइप में फंसे फतेहवीर तक पहुंचने के लिए पिछले 2 दिनों से मानवीय साधनों के द्वारा बोर के साथ सामानंतर 32 इंच व्यास आयतकार वाली सीमेंट की पाइपें डालकर सुरंग बनाई जा रही है और आज सुबह तक 100 फुट से भी अधिक सुरंग बन चुकी थी। अधिकारियों का कहना है कि अगर काम की रफतार इसी तरह रही तो अगले कुछ ही घंटों में मिशन मुकम्मल हो सकता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के आदेश उपरांत केबिनेट मंत्री विजय इंद्र सिंह सिंगला गांव भगवानपुरा में पहुंचे तो उन्होंने रेसक्यू आप्रेशन का जायजा लिया। सिंगला ने कहा कि अगर बच्चे को बाहर निकाले जाने पश्चात इलाज के लिए एयर लिफट की जरूरत पड़ी तो उसकी भी तैयारी पूरी कर ली गई है। सिंगला ने कहा कि एनडीआरएफ की रेसक्यू चुनौतीपूर्ण कार्य को पूरा करने की कोशिश में है।
स्मरण रहे कि सुनाम के शेरो रोड़ पर स्थित गांव भगवानपुरा के खेतों में 2 वर्षीय मासूम बच्चा वीरवार की शाम 4 बजे के करीब 150 फुट गहरे बोरवैल के खडडे में अचानक मां के सामने गिर पड़ा था और आज 50 घंटों से अधिक बीत जाने के बावजूद उसे बाहर निकालने का कार्य जारी है। हालांकि बच्चे की प्रत्येक हरकत को कैमरे के द्वारा नजर रखी जा रही है और खबर लिखे जाने से 5 घंटे पहले बच्चे में हिलजुल महसूस की गई।
कांग्रेस के इलाका इंचार्ज मैडम दामनहिंद बाजवा और उनके पति हरमनदेव सिंह बाजवा जोकि सारी रात घटना स्थल पर खड़े होकर प्रशासन और एनडीआरएफ द्वारा यत्नों को सहायता देते रहे है, का कहना है कि उन्हें पूर्ण आस है कि मानवीय दुआओं और बच्चे की मासूमियत को ध्यान में रखते परमात्मा सकुशल मां-बाप की गोद में भेजेंगा।
इसी बीच डेरा सिरसा सौदा प्रेमी और इलाका निवासी बोर बनाने के विशेषज्ञों की टीम के साथ मोर्चा संभाले हुए है और असंख्य हाथों से खुदाई और पाइप डालने का काम जारी है। संगरूर के संासद भगवंत मान भी फतेहवीर के गांव पहुंचे और राहत कार्यो का जायजा लिया।
उन्होंने प्रशासन से रेसक्यू आप्रेशन तेज करने की हिदायतें दी और हर प्रकार की मदद में सहयोग देने का आश्वासन दिया। दूसरी तरफ बच्चे समेत गांव के प्रत्येक घर में पूजा-पाठ और दुआओं का दौर शुरू है और मोके पर मेडिकल की टीमें तैयार है। फतेहवीर को सुरक्षित निकालने हेतु बोर में आक्सीजन सप्लाई दी जा रही है। फतेहवीर की सलामती हेतु सतनाम वाहेगुरू का जाप भी जारी है, वही शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल भी देर रात तक मोके पर पहुंचे और बच्चे की सलामती के लिए अरदास की।
– सुनीलराय कामरेड