प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में सेंध की घटना तूल पकड़ती जा रही है। घटना के एक दिन बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मिला। प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर पंजाब के डीजीपी और राज्य के गृह मंत्री को बर्खास्त करने की मांग रखी है।
प्रतिनिधि मंडिल ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर मांग रखी कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा भंग करने के आरोप में राज्य के गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को बर्खास्त किया जाए।
मुख्यमंत्री चन्नी ने अफसोस जताया
राज्य कांग्रेस सरकार ने गुरुवार को खामियों की गहन जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने की घोषणा की। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि समिति में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मेहताब सिंह गिल और प्रमुख सचिव (गृह मामलों) अनुराग वर्मा शामिल होंगे। कमेटी तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना निर्धारित फिरोजपुर दौरा बीच में ही रद्द करना पड़ा, इस पर अफसोस जताते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बुधवार को कहा कि सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई।
15-20 मिनट तक प्रधानमंत्री फ्लाईओवर पर फंसे रहे
हमें बताया गया था कि प्रधानमंत्री बठिंडा से फिरोजपुर के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ान भरेंगे। लेकिन अचानक, उन्होंने सड़क मार्ग से जाने का फैसला किया। अगर पीएम मोदी की यात्रा के दौरान कोई सुरक्षा चूक हुई, तो हम मामले की जांच के लिए तैयार हैं।
मोदी ने अंतिम समय में फिरोजपुर जाते समय अपनी यात्रा रद्द कर दी, जहां उन्हें 42,750 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखने का कार्यक्रम था। 15-20 मिनट तक प्रधानमंत्री फ्लाईओवर पर फंसे रहे। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक है।