लुधियाना-फिल्लौर : पंजाब के दोआबा और मालवा के मध्य सतलुज दरिया पर बसे कस्बा फिल्लौर में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब मोटर साइकिल पर सवार 3 हमलावरों ने सरेआम अंधाधुंध दर्जनों गोलियां बरसाकर एक शख्स को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना को अंजाम देने वाले तीनों आरोपी भाग निकलने में कामयाब रहें।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिस शख्स की मौत हुई है, उसकी पहचान फिल्लौर निवासी मोहल्ला भंडेरा के 40 वर्षीय हरप्रीत सिंह उर्फ चिंटू के रूप में हुई है, जोकि पिछले 5 वर्षो के उपरांत नशा तस्करी और नकली करंसी रखने के आरोपों में जेल से पेरोल लेकर बाहर आया था। खून से लथपथ घायल अवस्था में उसे लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में ले जाया गया, किंतु अस्पताल ले जाते समय उसकी रास्ते में ही मौत हो गई।
मृतक 20 दिन पहले ही जेल से जमानत पर आया था। फिल्लौर निवासी 40 साल के हरप्रीत सिंह चिंटू को शाम साढ़े पांच बजे बाइक पर आए 3 नकाबपोश हमलावरों ने 12 गोलियां मारी थी। चिंटू 5 साल 2 महीने बाद जमानत पर आया था। हरप्रीत सिंह चिंटू पुत्र चरणजीत सिंह परिवार का इकलौता बेटा था और गढ़ा रोड पर वैल्डिंग मटीरियल का काम करता था। वह तब सुर्खियों में आया, जब अमृतसर पुलिस ने 28 जुलाई 2014 को उसे 4 किलो हेरोइन बरामद करके गिरफ्तार कर लिया। तब से वह जेल में बंद था।
शाम 5.30 बजे चिंटू अपने दोस्त के साथ कार में शहर के बाजार में रेस्ट हाउस के बाहर वाली चौपाटी पर जूस पीने गया। रेहड़ी वाले को ऑर्डर देकर वह जैसे ही कार से बाहर निकला तो सप्लेंडर बाइक पर सवार तीन नकाबपोश उसके पास आकर रुके और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोलियां लगने से चिंटू वहीं रेहड़ी के पास सडक़ पर गिर गया और वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर नवांशहर की तरफ फरार हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही एसएसपी जालंधर नवजोत माहल, डीएसपी दविंदर अत्तरी, थाना प्रभारी सुक्खा सिंह फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए और हाई अलर्ट घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक वारदात में .30 बोर का हथियार का इस्तेमाल हुआ है। घटनास्थल से पुलिस को एक दर्जन से ज्यादा गोलियों के खोल मिले हैं।
पुलिस ने फिलहाल अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी चेक कर रही थी। मामला ड्रग्स कारोबार से जुड़ा माना जा रहा है। शुरुआती जांच में माना जा रहा है कि तीनों हमलावरों के पास रिवॉल्वर थे और तीनों ने ही चिंटू पर गोलियों की बौछार कर दी। बताते हैं कि घटना को अंजाम देने वालों की उम्र भी ज्यादा नहीं थी।
– सुनीलराय कामरेड