विधानसभा चुनावी से पहले पंजाब में भी सियासी पारा हाई है। चुनावों से पहले शिरोमणि अकाली दल छोड़कर संयुक्त अकाली दल में गए पूर्व अकाली सांसद रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने आज घर वापसी कर ली है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा शिअद के प्रधान सुखबीर बादल की मौजूदगी में ब्रह्मपुरा पुनः शिरोमणि अकाली दल में आ गए हैं।
प्रकाश सिंह बादल ने ब्रह्मपुरा को भाई बताते हुए उनके शिअद में वापसी पर खुशी जताते हुए कहा कि उनके साथ जो भी संयुक्त अकाली दल छोड़कर शिअद में लौटे हैं उन सभी का स्वागत है और वे अपने घर में लौटे हैं। सुखबीर सिंह बादल ने भी ब्रह्मपुरा और उनके साथियों का स्वागत किया।
Big boost to Panthic jazba and force as experienced warhorse & stalwart Jathedar Ranjit Singh Ji Brahampura along with his entire team comes back to the Akali family. Panth and Punjab stand united today against devious religious and political onslaught against them.@Akali_Dal_ pic.twitter.com/qXItN7EqZS
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) December 23, 2021
यह वापसी ऐसे समय में हुई है जब पंजाब में पंथ पर हमला हो रहा है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने हाल में सभी लोगों से अपील की थी कि हरमंदिर साहिब में बेअदबी की घटना के बाद पंथिक एकता की जरूरत है। पंथ विरोधी ताकतों से मिलकर लड़ने की जरूरत है।
उनकी अपील के असर के चलते आज ब्रह्मपुरा अपनी पुरानी पार्टी में लौट आए और कहा कि पिछले कुछ समय में हमारे बीच कुछ मतभेद रहे हों लेकिन गुरू घर पर हमला चिंता का विषय है और मिलकर ऐसी साजिशों को बेनकाब किया जायेगा जो सिखी के खिलाफ सिर उठा रही हैं।