आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को कहा कि पंजाब में कट्टरपंथी सिख उपदेशक एवं खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई यह साबित करती है कि राज्य की कानून-व्यवस्था के प्रबंधन की क्षमता इस सरकार के पास मौजूद है।
आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले तीन दिनों से अमृतपाल की तलाश के लिए अभियान जारी है और यह अब सरकार का अभियान है, न कि कोई राजनीतिक अभियान। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप पंजाब में सत्ता में आई, तो हमें बताया गया कि हम एक सीमावर्ती राज्य का प्रबंधन नहीं कर पाएंगे। अमृतपाल सिंह के खिलाफ एक अभियान शुरू करके, हमारी पार्टी ने साबित कर दिया है कि हम कानून-व्यवस्था की स्थिति को बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित सकते हैं।
फर्जी खबरें प्रसारित न करें
पंजाब में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक के बारे में भारद्वाज ने कहा कि इस मामले में फर्जी खबरों को फैलने से रोकने के लिए ऐसा किया गया है। पंजाब में अधिकारियों ने शनिवार को राज्य में इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं निलंबित कर दी थीं। पाबंदियां मंगलवार दोपहर तक लागू रहेंगी। आप नेता ने कहा, ‘‘जब कोई सरकार ऐसे संवेदनशील मुद्दों से निपटती है, तो उन्हें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता होती है कि लोग इसके बारे में फर्जी खबरें प्रसारित न करें। ऐसा राज्य में शांति बनाये रखने के लिए किया जाता है।
एक संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया था
लोगों से संवाद करने के लिए कॉलिंग सेवाएं उपलब्ध थीं।’’ पंजाब सरकार ने शनिवार को अमृतपाल के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की और उसके नेतृत्व वाले एक संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
आप की वरिष्ठ नेता आतिशी ने आरोप लगाया कि पंजाब की पिछली सरकारों ने अमृतपाल जैसे कट्टरपंथी सिख उपदेशकों को संरक्षण दिया। उन्होंने कहा, ‘‘पिछली सरकारों ने पंजाब में शांति और सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश करने वाले इन तत्वों को संरक्षण प्रदान किया। पंजाब में मान सरकार द्वारा कड़ी कार्रवाई से पता चलता है कि आप किसी भी कानून-व्यवस्था की स्थिति को बर्दाश्त नहीं करती या उससे कोई समझौता नहीं करती है।