दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत पहचान दिलाने की पुरजोर कोशिश कर रहे है। इसी कड़ी में केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए कांग्रेस में अंदरूनी कलह है और नेताओं को लोगों की परवाह नहीं है। चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए, केजरीवाल ने कहा कि ‘‘कमजोर सरकार’’ अभी भी बेअदबी और बम विस्फोट के मामलों को सुलझाने में सक्षम नहीं है।
सत्ता की लड़ाई चल रही है… हमें इस सरकार को हटाना है
केजरीवाल ने पटियाला में पार्टी के ‘शांति मार्च’ के दौरान कहा, ‘‘एक कमजोर सरकार है और वे (सत्तारूढ़ दल के नेता) मुख्यमंत्री पद के लिए आपस में लड़ रहे हैं। सत्ता की लड़ाई चल रही है… हमें इस सरकार को हटाना है और एक ईमानदार सरकार लानी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कुछ दिन पहले, स्वर्ण मंदिर में बेअदबी का प्रयास किया गया था। एक व्यक्ति ने यह प्रयास किया था (जिसे बाद में पीट-पीट कर मार डाला गया था) … लेकिन कोई षड्यंत्रकारी है, जो अभी तक पकड़ा नहीं गया है। राज्य सरकार ने कहा कि वह 48 घंटे के भीतर पकड़ा जाएगा। लेकिन, 10 दिन बीत चुके हैं।’’
केजरीवाल ने आरोप लगाया, शांति व्यवस्था को भंग करने के लिए किया गया
उन्होंने आगे कहा, ‘‘इस घटना के कुछ दिनों बाद लुधियाना में बम धमाका हुआ था। कोई नहीं जानता कि षडयंत्रकर्ता कौन है।’’ केजरीवाल ने आरोप लगाया कि राज्य में शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने के लिए बेअदबी और विस्फोट की घटनाओं को बुरी तरह से अंजाम दिया गया और पिछले विधानसभा चुनावों में इसी तरह की रणनीति का इस्तेमाल किया गया था।
कोई भी इस तरह के कृत्यों को दोहराने की हिम्मत नहीं करता
उन्होंने कहा, ‘‘2017 के चुनाव से पहले भी मौर मंडी में बम विस्फोट हुआ था। इससे पहले वर्ष 2015 में बेअदबी की घटना हुई थी। अगर इन घटनाओं के षडयंत्रकारियों से सख्ती से निपटा जाता, तो कोई भी इस तरह के कृत्यों को दोहराने की हिम्मत नहीं करता।’’ दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि केवल राज्य का ‘आम आदमी’ ही इसे बचा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘इसे हासिल करने के लिए तीन करोड़ पंजाबियों को एक साथ आना होगा।’’ उन्होंने कहा कि कहा कि उनकी पार्टी लोगों को सत्ता देने और उन्हें निर्णय लेने में सक्षम बनाने में विश्वास करती है।