पंजाब में विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले भारतीय सुरक्षा सीमा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र में वृद्धि का मसला अब सियासी रंग ले चुका है। अब पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप लगाया है कि कैप्टन के हालिया बयान के बाद ही पंजाब में बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाया गया है। रंधावा ने कहा कि वे इस मामले में डीजीपी से जांच कराएंगे।
बीएसएफ को मिले अधिकार, सियासी हलचल हुई तेज
पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए अब बेहद कम वक्त बचा है। अभी से पंजाब में सियासी पारा काफी चढ़ा हुआ है। हाल ही में पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने के निर्देश पर पंजाब में हलचल तेज है। कुछ दिन पहले सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र सरकार के फैसले की निंदा की थी।
अब सूबे के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मामले में कैप्टन अमरिंदर सिंह को ही घसीट लिया है। उनका कहना है कि कैप्टन ने कुछ दिन पहले मुद्दा उठाया कि पंजाब में आईएसआई का खतरा है। उसके बाद पंजाब मे बीएसएफ को तैनात कर दिया गया। पंजाब पर केंद्र के फैसले का कैप्टन समर्थन कर रहे हैं।
बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच साठगांठ का आरोप लगाया था
सुखजिंदर सिंह ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के 2016 में दिए इंटरव्यू का भी जिक्र करते हुए कहा कि उस वक्त कैप्टन ने बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच साठगांठ का आरोप लगाया था। अब कैप्टन अमरिंदर सिंह कह रहे हैं कि पंजाब को आईएसआई से खतरा है। जब वह पंजाब के मुख्यमंत्री थे तो पंजाब को कोई खतरा नहीं था।
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रंधावा ने कहा, कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के एक महीने बाद से ही पंजाब को आईएसआई से खतरा हो गया। रंधावा ने साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान से पहले भी तो ड्रोन आते रहे हैं। इसलिए कैप्टन ने पहले इस मुद्दे को उठाया और बाद में पंजाब में बीएसएफ को तैनात किया। हम डीजीपी से इस मामले की जांच कराएंगे।
