लुधियाना-अमृतसर : चौ-तरफा चुनौतियों के बावजूद पंजाब के पूर्व अकाली उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को 99वें पार्टी स्थापना दिवस के अवसर पर डेलीगेट इजलास में लगातार तीसरी बार सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष चुन लिया गया। पंजाब की सियासत में अहम स्थान रखने वाली सियासी पार्टी शिरोमणि अकाली दल के 100वें साल में प्रवेश करते हुए सुखबीर सिंह बादल को आज अमृतसर स्थित तेजा सिंह समुद्री हाल में पार्टी के पंजाब और अन्य राज्यों से आएं 600 के करीब डेलीगेटस ने चुना।
हालांकि सुखबीर सिंह बादल को पंथक नेताओं और विपक्षी पार्टियों के छुपे एजेंडे में चुनौतियां कम नहीं थी। इससे पहले सूबे के 5 बार मुख्यमंत्री रहे 93 वर्षीय बुजुर्ग अकाली दिगगज सियासतदान प्रकाश सिंह बादल का अध्यक्ष बनने के कयास लगाएं जा रहे थे लेकिन उन्होंने अपनी उम्रदराज और स्वास्थ्य का हवाला देते हुए स्पष्ट इंकार कर किया था।
तीन दिनों के चले कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, पूर्व अकाली केबिनेट मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया, डॉ दलजीत सिंह चीमा जैसे दिगगज अकाली आगु और हजारों वर्कर सुखबीर बादल के अंगसंग दिखे। इस दौरान शिरोमणि अकाली दल की समूची लीडरशिप अमृतसर पहुंची हुई थी। श्री दरबार साहिब स्थित गुरू रामदास लंगर हाल और जोड़ा घर में अकाली आगु सेवा करते दिखे।
आज दोपहर 1 बजे शिरोमणि कमेटी के तेजा सिंह समुद्री हाल में शिरोमणि अकाली दल बादल का डेलीगेट इजलास हुआ, जिसमें अध्यक्ष पद के लिए किसी अन्य नाम का प्रस्ताव न आने के बाद सुखबीर सिंह बादल को प्रधानगी पद पर रहते हुए एक बार फिर से अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई।
इस दौरान पार्टी की वर्किंग कमेटी और अन्य पदाधिकारियों के चुनाव के अधिकार भी जयकारों के बीच दिए गए। इससे पहले सुखबीर दो बार सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जा चुके हैं। जत्थेदार तोता सिंह ने सुखबीर सिंह बादल के नाम का प्रस्ताव रखा तो अनुमोदन पूर्व अकाली दिगगज और सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने किया। उपस्थित अकाली वर्करों और आगुओं ने बोले सो निहाल के जयकारों के साथ सुखबीर सिंह बादल के नाम का अनुमोदन करके सहमति जताई। 4 घंटे तक चले इस इजलास के दौरान पार्टी के महासचिव डॉ दलजीत सिंह चीमा ने मंच संचालन किया।
बादल व मजीठिया परिवार का विरोध करने वाले नेताओं की नाराजगी भी इस बार खुलकर सामने नहीं आई है। सुखबीर के नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा, रतन सिंह अजनाला, सेवा सिंह सेखवां जैसे नेता अकाली दल से अलग होकर अकाली दल टकसाली का गठन कर चुके हैैं। उन्होंने अन्य पंथक नेताओं के साथ अलग से अमृतसर में ही पंथक अकाली दल का स्थापना दिवस मनाया।
इससे पहले स्थापना दिवस के अवसर पर वीरवार को श्री हरिमंदिर साहिब में रखवाए गए अखंड पाठ साहिब का भोग डाला गया। जिसमें पार्टी की चढ़दी कला के लिए अरदास की गई। इस अवसर पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, पूर्व मंत्री गुलजार सिंह राणीके सहित अकाली लीडरशिप मौजूद रही। इसी कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को पार्टी का संरक्षक चुना गया। हालांकि वह स्वयं इस इजहास में शामिल नहीं हुए थे।
– सुनीलराय कामरेड