लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

पुलवामा में शहीद हुए जवान की मंगेतर ने दी अंतिम विदाई, शव के साथ ही निभाई विवाह की रस्में

शहीद जवानों में से एक थे रोपड़ के गांव रौली के निवासी शहीद कुलविंदर सिंह जिनका शव बीते दिन उनके गांव पहुंचा। शहीद हुए जवान की मंगेतर ने दी अंतिम विदाई।

बीते गुरूवार 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवानों के शहीद होने पर पूरा देश गमगीन है और इन्ही शहीद जवानों में से एक थे रोपड़ के गांव रौली के निवासी शहीद कुलविंदर सिंह जिनका शव बीते दिन उनके गांव पहुंचा।

शहीद कुलविंदर सिंह

जब शहीद का शव उनके घर लाया जा रहा था और उनका पूरा गांव इस मौके पर मौजूद था और उनके पार्थिव शरीर पर फूलों की बारिश की जा रही थी। एक तरफ जहाँ देश के लिए कुर्बान हुए शहीद के लिए गम था वहीँ इस बात का गर्व भी की ये शहादत हमेशा याद की जाएगी।

शहीद कुलविंदर सिंह

आपको बता दें शहीद कुलविंदर सिंह की आठ नवंबर में शादी होनी थी और ढाई साल पहले शहीद कुलविंदर की मंगनी गांव लोदीपुर वासी अमनदीप कौर से हुई थी। सहीद के शव के साथ विवाह के दौरान की जाने वाली रस्म निभाई गयी। सेहरा और कलगी रखी गई जिसके बाद हर किसी के आंसू छलक आये।

शहीद कुलविंदर सिंह

शहीद कुलविंदर की मंगेतर अमनदीप कौर अंतिम विदाई देने के लिए पहुंची थी इस मौके पर वो इतना दुखी थी की कई बार बेहोश हुई। परिजनों ने सहारा देकर उसे गुरुद्वारा साहिब से घर तक पहुंचाया। अंतिम संस्कार के बाद जब परिजन घर वापस आये तो किसी के भी आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।

शहीद कुलविंदर सिंह

शहीद कुलविंदर के पिता दर्शन सिंह ने बताया जब कुलविंदर घर आया था तो अपनी शादी के लिए बैंड बाजे और गाड़ियां तक बुक करके गया था। अब वो कभी लौट कर नहीं आएगा और वही परिवार का सबसे बड़ा सहारा था।

शहीद कुलविंदर सिंह

शहीद के पिता ने सरकार से रोष जताते हुए कहा की और भी बेटे देश की सेवा कर रहे हैं पर सरकार ने उनके हाथ बांधे हुए हैं। जवानों को आतंकियों के खिलाफ पूरी छूट मिलनी चाहिए।

शहीद कुलविंदर सिंह

आपको बता दें कुलविंदर सिंह 92 बटालियन में कांस्टेबल था। 92 बटालियन की बस खराब होने के कारण इस बस में बैठे जवानों को पांच-पांच कर अन्य बसों में बिठाया गया था। शहीद के परिवार को उम्मीद है की सरकार उनकी सहायता करेगी ताकि उनकी मदद हो सके।

आईईडी ब्लास्ट में सेना के मेजर हुए शहीद अगले महीने होने वाली थी शादी, पिता बाँट रहे थे कार्ड

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

five × three =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।