लुधियाना-आनंदपुरसाहिब : विधानसभा में हलका भदौड़ के विधायक पिरमल सिंह की दस्तार उतरने का मुददा अब सियासत से हटते हुए धार्मिक रूप धारण करने लगा है। पंजाब विधानसभा में कार्यवाही के दौरान एक सिख प्रतिनिधि विधायक की दस्तार पर हुई बेअदबी के बारे में कड़ा संज्ञान लेते हुए शिरोमणि कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि सिख प्रतिनिधि की दस्तार के साथ हुई बेअदबी निंदनीय है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 26 जून को रोपड़ में बुलाई गई शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की होने वाली बैठक में इस मुददे पर विचार-विमर्श किया जाएंगा।
प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने निंदा करते हुए कहा कि सिखों के गौरव दस्तार के साथ बेअदबी सोची-समझी साजिश है। उन्होंने कहा कि विधानसभा के इतिहास के अंदर पहली बार जन प्रतिनिधि के साथ धार्मिक चिन्हों की तौहीन की गई है। उन्होंने इसको कांग्रेस सरकार की घटिया हरकत करार दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि भले ही विधायक किसी भी पार्टी का हो, दस्तार सबके लिए सांझी है और विधानसभा के अंदर दस्तार के सत्कार को बहाल रखने की जिम्मेदारी स्पीकर की है। विधानसभा में विधायक की दस्तार उतारे जाने पर शिरोमणि कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने राज्यपाल को एक मांगपत्र भी सौंपा, इस मांगपत्र में दोषी मार्शलों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
जिक्रयोग है कि पंजाब विधानसभा विरोधी पक्ष द्वारा किए जा रहे भारी हंगामे के दौरान विधानसभा स्पीकर ने बड़ी कार्यवाही करते हुए आप विधायक को सदन से बाहर निकालने के आदेश दिए तो इस कार्यवाही के दौरान हुई धक्का मुक्की में विधानसभा हलका भदौड़ के विधायक पिरमल सिंह खालसा की दस्तार उतर गई थी। जिसके बाद आप विधायकों ने सदन दौरान काफी गुस्सा दिखाया। आप विधायकों के आरोप है कि मार्शल द्वारा की गई इस कार्यवाही के दौरान महिला विधायक के साथ भी धक्का-मुक्की हुई है।
- सुनीलराय कामरेड