पंजाब विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद नवजोत सिंह सिद्धू का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने जनता के फैसले को सही बताते हुए कहा कि उन्होंने परंपरागत राजनीतिक सिस्टम को खारिज कर दिया है, जो अच्छी बात है। इसके साथ ही सिद्धू ने अपने तेवरों को बरक़रार रखते हुए पार्टी आलाकमान पर भी तीखा हमला बोला।
राजनीति बदलाव के लिए पंजाब के लोगों को बधाई
सिद्धू ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘यह राजनीति बदलाव के लिए है। मैं पंजाब के लोगों को बधाई देता हूं जिन्होंने बहुत अच्छा फैसला लिया है, 'पारंपरिक' व्यवस्था को बदल दिया है और एक नई नींव रखी है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह यह टिप्पणी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कर रहे हैं, सिद्धू ने कहा कि लोगों की आवाज ईश्वर की आवाज है और उनके फैसले को विनम्रतापूर्वक स्वीकार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कह रहा हूं कि उन्होंने (लोगों ने) बदलाव किया है। इसे (जनादेश को) विनम्रता से स्वीकार किया जाना चाहिए क्योंकि लोगों की आवाज ईश्वर की आवाज है।’’ सिद्धू ने यह बयान तब दिया जब आप ने एक दिन पहले 117 सदस्यीय विधानसभा में 92 सीटें जीतकर कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया। साथ ही इस चुनाव में राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी हार गए।
मेरे लिए गड्ढा खोदने वाले 100 गुना नीचे गिर गए
सिद्धू ने कहा कि मुद्दा एक ही है कि कैसे पंजाब को जीत दिलाई जाए। यही नहीं एक बार फिर से उन्होंने पार्टी के ही नेताओं पर हमला बोला। सिद्धू ने कहा, 'जिन लोगों ने नवजोत सिंह सिद्धू के लिए गड्ढा खोदने का काम किया था, वे 100 गुना नीचे जा गिरे। तीन से 4 मुख्यमंत्री हार चुके हैं। यह आपके कर्म ही हैं। जैसा आपने बोया था, वैसा ही काटेंगे।'
आलाकमान के फैसले पर उठाए सवाल
पंजाब चुनाव से पहले चन्नी को पार्टी का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने के कांग्रेस के फैसले पर, सिद्धू ने कहा, ‘‘लोगों ने उस विकल्प को स्वीकार किया या नहीं, मैं उसमें नहीं जाऊंगा। यह आलाकमान का निर्णय (चन्नी को पार्टी के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने) था।’’
सिद्धू ने कहा कि हालांकि, उन्होंने अंत तक चन्नी को अपना सहयोग दिया। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि पांच साल पहले कांग्रेस को भी बड़ा जनादेश मिला था, लेकिन ‘‘हम इसका फायदा नहीं उठा पाए’’ और कई मुद्दों पर पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा, ‘‘अब आप को अगले पांच साल के लिए मौका दिया गया है। समय आने पर हम एक प्रहरी के रूप में इसके प्रदर्शन का विश्लेषण करेंगे।’’ अमृतसर पूर्व सीट पर आप उम्मीदवार से हारने वाले सिद्धू ने कहा कि जीत और हार खेल का हिस्सा है लेकिन पंजाब के कल्याण के लिए काम करने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता।