पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ मुलाकात से पहले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने बृहस्पतिवार को राज्य के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि डीजीपी ने बेअदबी मामले में दो युवा सिखों को फंसा दिया और बादल परिवार के लोगों को क्लीन चिट दे दी।
चन्नी सरकार में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता को पंजाब पुलिस के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सहोता को प्रभार दिए जाने से नाराज सिद्धू ने कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
DGP IPS Sahota was head of SIT investigating Beadbi case under Badal Govt, he wrongfully indicted two Sikh youth for sacrilege & gave clean chit to Badals. In 2018, I along with INC Ministers, then PCC Pres & present Home Minister assured them of our support in fight for Justice. https://t.co/yX3TT17fCv pic.twitter.com/aQpJ9xq0KQ
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 30, 2021
सहोता फरीदकोट में गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए तत्कालीन अकाली सरकार द्वारा 2015 में गठित एक विशेष जांच दल के प्रमुख थे। सिद्धू ने बृहस्पतिवार को ट्वीट कर कहा कि बादल सरकार के कार्यकाल के दौरान सहोता बेअदबी मामले की जांच करने वाली एसआईटी के प्रमुख थे और उन्होंने ”गलत तरीके से” दो सिख युवकों को फंसा दिया और ”बादल परिवार के लोगों को क्लीन चिट दे दी।”
सिद्धू ने यह भी कहा कि वर्ष 2018 में वह राज्य के वर्तमान गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और तत्कालीन पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के साथ पीड़ितों के परिवारों से मिले थे और उन्हें न्याय के लिए लड़ाई में सहयोग का भरोसा दिया था। इससे पहले दिन में, सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी से मिलने के लिए पटियाला से चंडीगढ़ पहुंचे।
इस बीच, नियुक्तियों को लेकर नाराज सिद्धू को मनाने के लिए पार्टी में प्रयास जारी हैं। बुधवार को चन्नी के सिद्धू के पास जाने और बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने की पेशकश करने के एक दिन बाद उनकी मुलाकात होने जा रही है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के पद से मंगलवार को इस्तीफा दे चुके सिद्धू ने कहा, “मुख्यमंत्री ने बातचीत के लिए मुझे बुलाया है….आज दोपहर तीन बजे चंडीगढ़ में पंजाब भवन पहुंच जाउंगा, किसी भी चर्चा के लिए उनका स्वागत है।”
सिद्धू ने बुधवार को पुलिस महानिदेशक, राज्य के महाधिवक्ता और ‘दागी’ नेताओं की नियुक्ति पर सवाल उठाया था। अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद और राज्य में अगले साल की शुरुआत में महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों से पहले, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू के अपने पद से इस्तीफा दे देने से कांग्रेस की पंजाब इकाई में उथल-पुथल मची है।
नई कैबिनेट और अन्य शीर्ष अधिकारियों की हालिया नियुक्तियों को लेकर पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी खुल कर सामने आ गई। बुधवार को पत्रकारों से चन्नी ने कहा था, ‘‘मैंने आज सिद्धू साहब से टेलीफोन पर बात की है। पार्टी सर्वोच्च है, सरकार पार्टी की विचारधारा को स्वीकार करती है और उसका पालन करती है। (मैंने उनसे कहा कि) आप आओ, बैठो और बात करो।’’ उन्होंने कहा, “अगर आप (सिद्धू) को लगता है कि कुछ गलत है, तो बता सकते हैं।’’ सिद्धू की प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर चन्नी ने कहा कि नेता ने उनसे कहा कि वह बैठेंगे और बात करेंगे, और उन्हें बैठक के लिए समय देंगे।