लुधियाना-अमृतसर : पिछले कई दिनों से विवादों में घिरे पंजाबी गायक ‘ सिद्धू मूसेवाला ’ आज परिवार समेत श्री हरिमंदिर साहिब दर्शन करने हेतु पहुंचे। उन्होंने सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब पर भी माथा टेका लेकिन उन्होंने उपस्थित मीडिया से किसी भी प्रकार की बातचीत नहीं की। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी से मिलना चाहता था लेकिन उनके वहां ना होने के कारण उन्हें वापिस मुडऩा पड़ा।
विवादों से घिरे गायक सिद्धू मूसेवाला से पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर उनके बाउंसर भडक़ उठे और पत्रकारों से उलझ पड़े। इस दौरान एक पत्रकार को चोट लगने की खबर है और पुलिस ने उसकी शिकायत पर मामले की जांच जारी है।
स्मरण रहे कि सिद्धू मुस्सेवाले के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब से सख्त आदेश आये हुए है। श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को उक्त गायक के खिलाफ तुरंत सख्त कार्यवाही करने का आदेश दिया है।
29 अक्तूबर को जारी आदेश के मुताबिक गायक सिद्धू मूसेवाला जिसने अपने गीतों में सत्कार योग, महान जरनैल माता भाग कौर जी के नाम दुरूपयोग किया था। जिसपर मामला दर्ज करवाने के लिए पहले शिरोमणि कमेटी की कार्यवाही चल रही है। लेकिन कार्यवाही मुकम्मल नहीं हो सकी। अब सिद्धू मुस्सेवाला ने दुबारा विदेशी धरती पर पुन: उस गाने की शब्दावली को दोहराते हुए मंच सजाया। जिससे सिख संगत के हृदयों को गहरी चोट पहुंची। सिंह साहिब ने शिरोमणि कमेटी को इसपर सख्त कार्यवाही करने का आदेश दिया है।
जानकारी के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला के नए गीत में ‘जटटी -जियूने मोड़ वरगी ’ के लफजों में माई भागो और सिखी के धार्मिक काकरों (चिन्हों) विशेषकर ख्ंाडे के संबंध में कुछ आपतिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया था, जिसको लेकर सिख जत्थेबंदियों द्वारा रोष प्रकट किया गया है।
मूसेवाला सोशल मीडिया पर लाइव होते हुए कहा था कि उससे जाने-अनजाने में गलती हुई है और इसके लिए वह क्षमा प्रार्थी है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी गायकी के पीछे ऐसा कोई उदेश्य नहीं था कि वह किसी के दिल को चोट पहुंचाएं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्होंने जाने-अनजाने में किसी का दिल दुखाया है और गुरू सिद्धांतों का अपमान किया है तो वह गुरू ग्रंथ साहिब जी की उपस्थित में गुरू घर आकर माफी मांगने को तैयार हूं।
– सुनीलराय कामरेड