लुधियाना-अमृतसर : डेरा सिरसा प्रमुख के चल रहे अदालती केस में 25 अगस्त को अदालत द्वारा सुनाए जाने वाले फैसले के मध्यनजर गुरू की नगरी में स्थित श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी गुरबचन सिंह ने सिख संगत को सचेत रहने का आदेश सुनाते हुए कहा है कि सिख संगत गुरू घरों की सुरक्षा प्रबंधों के प्रति सावधान रहें। आज श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए सिंह साहिब ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि सौदा साहिब एक साध्वी बलात्कार संबंधी केस अदालत में है, उन्होंने कहा कि उसको सजा मिलती है या नहीं यह उस अदालत का मामला है। उन्होंने कहा कि सिखों को इस मामले में आने की कोई जरूरत नहीं, परंतु सिखों को पूरी तैयारी रखनी चाहिए, ताकि गुरू घर की रक्षा के लिए मिलजुल कर पहरा देना चाहिए।
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने सिख कौम से अपील की है कि अगर डेरा सच्चा सौदा के मुखी गुरमीत राम रहीम सिह के खिलाफ अदालत कोई फैसला सुनाती है और डेरा के श्रद्धालु कोई हरकत पर उतरते है तो सिख कौम अपने गुरुधामों की रक्षा के लिए हर संभव यत्न करें। कौम गुरुद्वारा साहिबों की रक्षा के लिए हर तरह से तैयार रहे। कौम इस मामले में शांति को पहल दे। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी गुरबचन सिंह बुधवार को मीडिया के साथ बातचीत कर रहे थे।
साहिबान सिंह ने कहा कि सिख कौम शांति बनाए रखने को पहल देती है। परंतु अगर उनके धार्मिक स्थानों पर हमले होते है तो इस का मूंह तोड़ जवाब देने के लिए हर तरह से तैयार है। गुरुद्वारा छोटा घल्लूघारा के संबंध में बोलते हुए सिंह साहिब ने सिख कौम को संदेश दिया है कि कौम इस मामले में शांति बनाए रखे। गुरुद्वारा साहिब में गलत काम करने वाले किसी भी कीमत पर माफ नहीं किए जाएंगे। इस संबंध में एसजीपीसी की अेार से बनाई गई जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। सिखों के इस मामले में कांग्रेस खुलेआम हस्तेक्ष करके हालातों को खराब करने की कोशिश कर रही है। जो सहन नहीं होगा। वहां के कांग्रेसी नेता प्रताप सिह बाजवा जानबूझ कर मामले को तूल दे रहा है। बाजवा के खिलाफ उनके पास अगर लिखित शिकायत आती है तो पांच सिंह साहिबान की बैठक में विचार करके बाजवा खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बाजवा एक पतित सिख है इस लिए उसे श्री अकाल तख्त साहिब पर तलब नहीं किया जा सकता। परंतु कार्रवाई की जा सकती है।
एक अन्य सवाल के जवाब ने सिंह साहिब ने कहा कि सिक्कम के गुरुद्वारा साहिब के इतिहास को खत्म करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। गुरुद्वारा साहिब के साथ ही लामाओं का मंदिर है। इस संबंध में उनकी ओर से दलाई लामा के साथ भी बातचीत की जाएगी। सिंह साहिब ने कहा कि एसजीपीसी को आदेश दिए गए है कि एक 11 सदस्यों वाली धार्मिक मामलों की जांच संबंधी कमेटी गठित की जाए। यह कमेटी पहले विचार करे कि क्या सिखों का कोई मसला श्री अकाल तख्त साहिब पर आना चाहिए या नहीं । यह 11 सदस्यों वाली कमेटी अगर जांच के दौरान फैसला लेती है कि मामला श्री अकाल तख्त साहिब पर जाना चाहिए तभी माला श्री अकाल तख्त साहिब पर भेजा जाए। कोई भी व्यक्ति सीधे श्री अकाल तख्त साहिब पर मामला न लेकर पहुंचे।
- सुनीलाराय कामरेड