पंजाब कांग्रेस में शुरू हुए विवाद का अंत दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ पार्टी के खिलाफ बागी सुर अपनाते नजर आ रहे हैं। उन्होंने अभी तक पार्टी की ओर जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया है, जबकि नोटिस की डेडलाइन खत्म हो चुकी है।
दरअसल, हाल ही में हुई कांग्रेस की अनुशासन समिति की बैठक में सुनील जाखड़ को पार्टी विरोधी गतिविधियों और दलित समुदाय को लेकर की गई टिप्पणी के संबंध में नोटिस थमाया गया था। उन्हें सोमवार तक नोटिस का जवाब दाखिल करना था।
गैंगस्टर से आतंकी बने शख्स के दो सहयोगी गिरफ्तार, बंदूक बरामद
जाखड़ को एक सप्ताह का मिला था समय
कांग्रेस ने सुनील जाखड़ को नोटिस के जवाब के लिए एक सप्ताह का दिन दिया था, लेकिन उन्होंने अभी तक जवाब नहीं भेजा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुनील जाखड़ ने नोटिस का जवाब देने को लेकर चुप्पी साध रखी है और वह इस बारे में कुछ भी नहीं कह रहे हैं।
जाखड़ के अलावा केवी थॉमस को भी जारी हुआ था नोटिस
जाखड़ के अलावा पार्टी ने केरल से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केवी थॉमस पर भी वाम दल के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर नोटिस जारी किया गया था। 11 अप्रैल को दिल्ली में हुई बैठक में तारिक अनवर, जेपी अग्रवाल और अंबिका सोनी भी शामिल हुए थे।
मीटिंग के बात अनवर ने कहा था, 'हम दोनों नेताओं को नोटिस भेज रहे हैं और उन्हें एक सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है। पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान सुनील जाखड़ के बयानों ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया है।'