लुधियाना-तरनतारन : भारत-पाकिस्ता सीमावर्ती जिले तरनतारन के गांव मालूवाल संता के डेरे में स्थित गुरुद्वारा बाबा साहिब में दो मासूम बच्चों ने खेल-खेल में ऐसा गुनाह कर दिया कि हंगामा हो गया। इन बच्चों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के सुख आसन को आग लगाकर दौड़ गए। इससे दो पावन स्वरूप एक सुखमनी साहिब जी का बड़ा स्वरूप, एक पीढ़ा, पर्दे, चौर साहिब और चंदोआ अग्नि भेंट हो गया। गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने आई महिला ने आग देख कर शोर मचाया तो उपस्थित ग्रंथी ने बड़ी मुश्किल से घटना स्थल के पास पड़े अन्य श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के स्वरूपों को बचाया और ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस गुरद्वारा साहिब में रात को श्री गुरु साहिब जी के पावन स्वरूपों को सुख आसन वाले कमरे में विराजमान किया गया था। गुरुद्वारा साहिब का ग्रंथी बाहर गया हुआ था। इसी दौरान कुछ बच्चे खेलते हुए गुरुद्वारा साहिब में आ गए। इनमें से दो बच्चों ने गुरद्वारा साहिब में जल रही जोत के पास पड़ी माचिस जला कर सुख आसन साहिब वाले स्थान पर आग लगा दी।
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इसी दौरान गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने पहुंची महिला सतनाम कौर ने शोर मचाया तो मौके पर पहुंचे लोगों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। इस दौरान सभी स्वरूप व अन्य सामान अग्नि भेंट हो चुका था। मामले का पता चलते ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब सत्कार कमेटी के सदस्यों मनजीत सिंह झब्बाल, तरलोचन सिंह सोहल, दमदमी टकसाल अजनाला के मुखी अमरीक सिंह अजनाला, सूबा सिंह रामरौणी, कशमीर सिंह बहोड़ू, खालसा पंचायत के रघबीर सिंह के अलावा डीएसपी सतनाम सिंह व थाना झब्बाल के ड्यूटी अफसर हर्षा सिंह मौके पर पहुंचे। गुरुद्वारा साहिब में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली गई तो पता चला कि यह आग चार व पांच वर्ष के दो छोटे बच्चों ने खेल-खेल में लगाई है।
सत्कार कमेटी ने गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधकों और ग्रंथी की भूमिका की जांच की मांग करते कहा कि पावन स्वरूपों को मर्यादा के तहत रखा तो गया है पर गुरुद्वारा साहिब में ऐसी घटना न घटे, इस बाबत कोई प्रबंध नहीं है। डीएसपी सतनाम सिंह ने कहा कि सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर बच्चों की पहचान की गई है। इस मामले को लेकर धार्मिक भावनाएं आहत न हो। इसके लिए लोगों का पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि माचिस जला कर आग लगाने वाले दोनों बच्चे मासूम हैं।
– सुनीलराय कामरेड