लुधियाना-खन्ना : खन्ना पुलिस ने बीते दिनों राधिका गाबा नामक एक महिला के हुए कत्ल के मामले में आज उसके पति को गिरफ्तार किया है। इसी संबंध में पुलिस ने बताया कि राधिका के कत्ल के बाद उसके पति राकेश गाबा ने साजिशन मनगढ़ंत कहानी बनाई थी कि वह खन्ना के नजदीक मोटर साइकिल पर सवार कुछ लुटेरों ने उनसे पिस्तौल की नोंक पर 28000 रूपयों की नकदी, सोने का बे्रसलेट और सोने की चेन छीन ली थी। इसी दौरान लुटेरों के साथ उसकी पत्नी राधिका ने जब लूट का विरोध किया तो लुटेरों ने उसके सिर पर गोली मार दी।
पुलिस के मुताबिक जब इस मामले की गहराई के साथ जांच की गई तो पता लगा कि राधिका का पति राकेश ही साजिश के अंतर्गत शॉपिग करवाने के बहाने उसको चंडीगढ़ ले गया और वापिसी पर सरहंद से लुधियाना होते हुए खन्ना के नजदीक उसने अपने पिता मदनलाल गाबा के लाइसेंसी रिवाल्वर के साथ अपनी पत्नी राधिका को गोली मारकर कत्ल कर दिया और फिर स्वयं को बचाने के लिए लूट की कहानी बनाई। पुलिस के मुताबिक आरोपी गिरफतारी के साथ ही उसके द्वारा कत्ल के लिए उपयोग किया गया 32 बोर का रिवाल्वर भी बरामद कर लिया है।
स्मरण रहे कि करीब 2 महीने की माथापच्ची के बाद पुलिस के हाथ यह सफलता लगी है। गौरतलब है कि 29 जुलाई की रात को खन्ना में नेशनल हाइवे पर डस्टर कार न. पीबी 10ईटी 0975 सवार महिला का गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस वक्त पति राकेश ने पुलिस को बताया था कि रास्ते में शौचालय करने पर रुकने के दौरान लुटेरों ने लूट के लिए राधिका की गोली मार हत्या कर दी और फरार हो गए।
एसएसपी गुरशरणदीप सिंह ग्रेवाल ने बताया कि 29 जुलाई की शाम को राकेश गाबा अपनी पत्नी राधिका गाबा को शॉपिंग कराने के बहाने रोपड़ से होते हुए चंडीगढ़ पहुंचा। वापसी पर सरहिंद से लुधियाना जाते समय उसने लिबड़ा के पास ढाबे के नजदीक कार रोकी और अपने पिता मदन लाल के रिवाल्वर से पत्नी के सिर में गोली मार दी। गोली मारने के बाद उसने पुलिस को सूचित किए बगैर ही पत्नी को सतगुरू प्रताप सिंह अस्पताल लुधियाना में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई थी।
इस केस को ट्रेस करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया और एसआईटी की जांच में पति फंस गया। जांच में सामने आया कि गाबा के किसी अन्य महिला के साथ संबंध थे। उसने खुद को तलाकशुदा बताया हुआ था। वहीं उसकी प्रेमिका भी तलाकशुदा थी। हालांकि राकेश की प्रेमिका की मंगनी शैंकी निवासी मुजफ्फरनगर के साथ हो हो चुकी थी। दोनों के बारे में पता चलने पर शैंकी ने फोन पर राकेश और उसके पिता मदन लाल के साथ गाली-गलौज किया। जिसके बाद 26 जुलाई को राकेश अपने पिता की रिवाल्वर लेकर शैंकी को मारने मुजफ्फरनगर पहुंच गया। लेकिन शैंकी उसके हाथ नहीं लगा और वापस लुधियाना लौटने के बाद उसने अपनी पत्नी के कत्ल की साजिश रची।
– सुनीलराय कामरेड