लुधियाना : पंजाब की आर्थिक राजधानी के नाम से विख्यात महानगर लुधियाना में जिला प्रशासन और पंजाब पुलिस के उस वक्त होश उड़ गए, जब इंडस्ट्री इलाके से संबंधित शेरपुर में हजारों की संख्या के दौरान प्रवासी मजदूर भूख से लाचार होकर सडक़ों पर उतर आएं। हालांकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश व्यापी लॉकडाउन और पंजाब सरकार द्वारा कफर्यू घोषित होने के बावजूद बड़ी संख्या में मजूदर अपने परिवारों को साथ लेकर सडक़ों पर आ गए और उनकी मंाग थी कि उन्हें पेट भरने के लिए सरकार राशन उपलब्ध करवाएं, यह सभी प्रवासी मजदूर दिहाड़ीदार और सडक़ों पर भीख मांगकर गुजारा करने वाले लोग थे।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शेरपुर इलाके में उस वक्त सोशल डिसटेंस की धज्जियां उड़ती दिखाई दी जब सैकड़ों की संख्या में इकटठे हुए मजदूरों ने प्रशासन के खिलाफ सडक़ पर उतरकर नारेबाजी की। मजदूरों के आरोप थे कि उन्हें पेट भरने के लिए राशन नहीं मिल रहा, जिस कारण वे सडक़ पर उतरने को मजबूर है। मजदूर यूनियन के आगुओं ने भी कहा कि इलाके के इर्द-गिर्द सियासी नेता और कोंसलर बीती रात जो राशन लेकर आएं थे, वह उन लोगों को ही दे रहे है जो उनके खासमखास है, या यूं कहा जाएं कि कई छुटभैया नेता अपने-अपने भविष्य हेतु वोट बैंक पक्का करने के इरादे से अपनों को ही लंगर बांट रहे है। हालांकि इस विवाद के बीच सूचना मिलते ही पुलिस को हाथों-पैरों की पड़ गई, जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मोके पर पहुंचकर मामला शांत करवाया और मजदूर वर्गो के अलग-अलग आगुओं से सूचीया मांगी गई और उन्हें राशन पहुंचाने का भरोसा दिया गया।
थाना मोती नगर प्रभारी वरूण दीप सिंह के मुताबिक मजदूरों को समझा-बुझाकर घरों की ओर भेज दिया गया है। हालांकि सूत्रों का दावा है कि प्रवासी मजदूरों की भीड़ को खदेडक़र काबू किया गया है। उधर बीती रात बस्ती जोधेवाल स्थित काकोवाल रोड पर राशन लेने के लिए आए जरूरतमंद लोगों पर रात लगभग 9.30 बजे मार्शल के सफेद कपड़ों में आए कुछ युवकों ने जमकर डंडे बरसाए। इसका विरोध करने पर हमलावर मौके से फरार हो गए। इस दौरान लगभग 200 लोग सडक़ पर इक_ा हो गए और जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। यह सूचना मिलते ही थाना बस्ती जोधेवाल और थाना सलेम टाबरी पुलिस मौके पर पहुंची थी।
पुलिस ने सडक़ पर एकत्र हुए लोगों को शांत किया और सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किए। उधर, थाना बस्ती जोधेवाल के एसआइ दलजीत सिंह ने बताया कि डंडे मारने वाले युवक मार्शल नहीं थे। पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी हुई है।
– सुनीलराय कामरेड