लुधियाना-मोगा : सन- 47 भारत-पाकिस्तान के 2 मुलकों में बंटवारे के बाद आज 2 खालिस्तानी समर्थक अज्ञात युवकों ने पंजाब के जिला मोगा स्थित डीसी कोम्पलैक्स की 5वी मंङ्क्षजल की छत पर खालिस्तानी ध्वज फहरा दिया जबकि कोम्पलैक्स के परिसर में स्थित शानो-शौकत के साथ लह-लहरा रहा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान करते हुए उसे अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे। मामले की जानकारी मिलते ही खालिस्तानी झंडा उतारकर तिरंगा पुन: फहरा दिया गया। सूत्रों से पता चला है कि खालिस्तानी केसरियां ध्वज के ऊपर पेंट से खालिस्तान लिखा था जबकि सिख धर्म से संबंधित पावन खंडे के निशान साहिब की तस्वीर भी अंकित थी। दोषियों की गिरफ्तारी के लिए शहर समेत पूरे पंजाब में नाकेबंदी कर दी गई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पड़ोसी मुलक पाकिस्तान के जश्न-ऐ-आजादी के वक्त आज सुबह सवा 8 बजे के करीब 25-30 वर्षीय 2 अज्ञात युवक जिनमें एक सिख और दूसरा क्लीन शेव युवक छिपते-छिपाते डीसी कार्यालय की छत पर पहुंचे और केसरिया रंग के झंडे को लोहे की राड़ के साथ फहराते हुए वापिस भाग निकले। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन शरारती तत्वों ने तिरंगे की रस्सी को काटकर जमीन पर गिराया और फिर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करते हुए सबूत के तौर पर अपने साथ ले भागे। घटना के बाद समस्त परिसर को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया। समस्त इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त है क्योंकि उक्त युवकों ने रेकी के उपरांत 10 मिनट में ही घटना को अंजाम दिया।
स्मरण रहे कि विदेशी सरजमीं पर फलफूल रहे आतंकी गुरू पतवंत सिंह पन्नू रैफरेंडम 20-20 फेल होने के बाद आए दिन भारत के खिलाफ भड़ास निकालते हुए कोई न कोई शगूफा छोड़ता रहता है और उसी 15 अगस्त को लाल किले पर खालिस्तानी झंडा फहराने वाले शख्स को सिख फॉर जस्टिस की तरफ से सवा लाख डॉलर का इनाम देने की घोषणा की हुई है।
उधर पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है और आसपास के सीसीटीवी फोटोज के आधार पर जांच जारी है। लोगों में चर्चा है कि डीसी कार्यालय समेत पूरे पंजाब में 15 अगस्त की आजादी के वक्त हाई अलर्ट के चलते सुरक्षा प्रबंध पुख्ता थे, इसके बावजूद 2 खालिस्तानी समर्थक अपनी घिनौनी कार्यवाही को अंजाम देने में सफल रहे। जबकि एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि डीसी कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज को पूरे अदब और सम्मान के साथ फहरा दिया गया है। जल्दबाजी में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन के दौरान डीसी संदीप हंस और पुलिस कमीश्रर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सतलुज कोम्पलैक्स के बाहर फहरा रहे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाले अज्ञात तत्वों को बख्शा नहीं जाएंगा। जिलाधीश ने यह भी कहा कि विदेशी तत्वों के उकसाने से इस घिनौनी कार्यवाही को साजिशन स्वरूप दिया गया है। जबकि पुलिस के मुताबिक अज्ञात युवकों के खिलाफ राष्ट्रीय ध्वज का अपमान और अन्य कई संगीन धाराओं का मुकदमा दर्ज किया गया है।
– सुनीलराय कामरेड