लुधियाना-अमृतसर : पंजाब के ब्यास क्षेत्र में स्थित सठियाला गांव में एक सिख दंपती ने कोरोना वायरस की चल रही खबरों के बीच स्वयं के संक्रमित होने की दहशत में खुदकुशी कर ली। जानकारी के मुताबिक कोरोना के कहर के बीच आत्महत्या किए जाने का भारत में यह पहला मामला है।
मृतकों ने मरने से पहले अपने आत्महत्या वाले सुसाइट नोट में लिखा कि हम कोरोना वायरस के कारण नहीं मरना चाहते, हमें काफी टेंशन हो रही है। मृतक की पहचान 63 वर्षीय सेवानिवृत शिक्षिका गुरिंद्र कौर और उसके पति बलविंद्र सिंह 65 वर्षीय के रूप में हुई है, बलविंद्र सिंह स्वयं फोटो स्टूडियो चलाता था। यह भी पता चला है कि मृतक दंपति की एक बेटी दिल्ली में ब्याही है जबकि उनका बेटा आस्ट्रेलिया में है।
हालांकि परिवारिक सदस्यों के मुताबिक आत्महत्या किए जाने का यहां ना तो कोई आर्थिक पहलू है ना ही गांव में किसी से किसी भी तरह का कोई वाद-विवाद। फिलहाल कोरोना के चलते बाबा बकाला के डॉक्टरों ने शवों का पोस्टमार्टम करने से इन्कार कर दिया और अब मामला अमृतसर में पहुंचा है।
एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने बताया कि मामले की जांच करवाई जा रही है। सुसाइड नोट में लिखा है कि वह अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे हैं। उनकी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं है। उन्हें परेशानी हो गई है। वह दोनों परेशान हैं। उन्हें लगने लगा है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।
उधर, मेडिकल कॉलेज स्थित फोरेंसिक विभाग की टीम के डॉक्टरों ने दोनों का पोस्टमार्टम करने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने बताया कि आशंका है कि दोनों के शवों में कोरोना के लक्षण हों। इस व्यक्ति और उसकी पत्नी ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली थी।
– सुनीलराय कामरेड