लुधियाना-फरीदकोट : आर्ट आफ लिविंग के जरिए दूसरों को जीने का रहस्य बताने वाले आध्यात्मिक संत श्री श्री रविशंकर को उस वक्त पंजाब के फरीदकोट इलाके में बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के अंदर चल रहे धार्मिक कार्यक्रम के दौरान नमोशी और विरोध का सामना करना पड़ा जब पंजाब स्टूडेंट यूनीयन, यूथ फार स्वराज और नौजवान भारत सभा समेत पंथक जत्थेबंदियों ने परिसर के अंदर पहुंचकर काले झंडे दिखाते हुए कार्यक्रम में खलल डाला। फरीदकोट पुलिस द्वारा जोरदार तरीके से विरोध कर रहे 100 के करीब कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया जबकि कई कार्यकर्ताओं की मारपिटाई और कईयों की पगडिय़ां उतर जाने की खबर मिली है।
जानकारी के मुताबिक यूनिवर्सिटी प्रागंण में श्री रविशंकर के बोलने के वक्त छात्राओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोधता दर्ज करवाई, जब श्री रविशंकर भाषण दे रहे थे तो पंजाब स्टूडेंट यूनियन की आगु हरवीर कौर गंदड़ ने श्री रविशंकर के सामने हाल के अंदर जाकर नारेबाजी की और पुलिस ने उसे भी हिरासत में ले लिया। जबकि पंथक आगुओं के जत्थेबंदियों में शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के महासचिव जसकरण सिंह काहन सिंह वाला समेत सुरजीत सिंह अराइयां और ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फैडरेशन के जिला प्रधान राजविंद्र सिंह पंज गराइयां समेत कई आगुओं को हिरासत में लिया गया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि श्री श्री रविशंकर आरएसएस का प्रचार करते है और वह गरीब, दलित और गैर हिंदु विरोधी है, इसीलिए उनका विरोध किया जा रहा है। एक प्रदर्शनकारी ने यहां तक कहा कि वह इसलिए विरोध कर रहे है क्योंकि रविशंकर सभी सरकारी शैक्षिक संस्थानें बंद करने की बात कहते है। यह भी पता चला है कि पुलिस ने विरोध कर रहे नौजवानों को दरबार गंज में हिरासत में लिया जबकि मुख्य समागम के स्थान पर पुलिस ने 6 विद्यार्थियों को काबू किया है।
उधर रविशंकर ने कहा कि उनका विरोध करने वालों की शिकायतें सुनी जानी चाहिए। इससे पहले समागम का विरोध करने वाले नौजवान दरबारगंज में इकटठे हुए तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को घेरकर हलका लाठीचार्ज किया। इस समागम में मैडीकल शिक्षा के खोजमंत्री ओपी सोनी ने भी आना था कितु वह नहीं पहुंचे। एसपी भूपिंद्र सिंह सिद्धू ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए 5-6 दर्जन के करीब नौजवानों को हिरासत में लिया गया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
– सुनीलराय कामरेड